
दिल्ली डेस्क
नई दिल्ली:– दिल्ली के ग्रेटर कैलाश वार्ड से होने वाले आगामी एमसीडी उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कोविड काल के दौरान बेहतरीन सामाजिक सेवा का उदाहरण पेश करने वाली अंजुम मंडल को अपना प्रत्याशी बनाया है। महामारी के सबसे कठिन दिनों में अंजुम ने न सिर्फ साहस और संवेदनशीलता दिखाई, बल्कि जरूरतमंदों के लिए जीवनदायी सहयोग भी दिया।
कोरोना वायरस 2019 के चरम समय में, जब पूरा शहर लॉकडाउन में था और लोग घरों में कैद थे, अंजुम मंडल और उनकी टीम ने उन परिवारों तक घर का बना मुफ्त भोजन पहुंचाया जो बीमारी से जूझ रहे थे और जिनके पास सहायता का कोई साधन नहीं था।
जरूरतमंद परिवारों की तलाश की
इस सेवा का प्रारंभ तब हुआ जब अंजुम की एक पड़ोसन कोरोना संक्रमित हो गईं और उनके बच्चे विदेश में थे। उनका देखभाल करने वाला कोई नहीं था। अंजुम और उनके परिवार ने उस महिला को भोजन उपलब्ध कराया। इसी घटना से प्रेरित होकर उन्होंने ऐसे और भी जरूरतमंद परिवारों की तलाश की और सहायता का दायरा बढ़ाया।
धीरे-धीरे कई परिवार स्वयंसेवक के रूप में उनसे जुड़े, जिन्होंने भोजन बनाने और पैक करने का जिम्मा संभाला। डिलीवरी रायडर्स के खर्च की व्यवस्था भी अंजुम और उनकी टीम ने ही की। कुछ ही समय में यह अभियान एक बड़े सामुदायिक प्रयास में बदल गया और 200 से अधिक परिवारों तक ताज़ा, घर का बना भोजन पहुंचाया गया।
उनकी इस सेवा की न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सराहना हुई। डिटॉल ने उनकी टीम की तस्वीरों के साथ एक विशेष लिमिटेड एडिशन डिस्पेंसर बोतल जारी कर उन्हें सम्मानित किया था।
भाजपा का भरोसा और नया दायित्व
पांच साल बाद अब भाजपा ने अंजुम मंडल को ग्रेटर कैलाश से अपना प्रत्याशी बनाकर समुदाय सेवा और संवेदनशील नेतृत्व वाले उम्मीदवार को आगे बढ़ाने का संकेत दिया है। पार्टी का मानना है कि महामारी के दौरान समाज की निस्वार्थ सेवा करने वाली यह युवा उम्मीदवार अब जनता की स्थानीय समस्याओं, स्वच्छता व्यवस्था, महिला सुरक्षा और क्षेत्रीय विकास में जिम्मेदार नेतृत्व प्रदान कर सकती हैं।
एमसीडी उपचुनाव रविवार, 30 नवंबर को होने हैं, और भाजपा को उम्मीद है कि “अंजुम मंडल का सामाजिक योगदान उन्हें जनता से मजबूत समर्थन दिलाएगा।”