Written by– Sakshi Srivastava
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर स्वाति मालीवाल ने तीखी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि नेता अपने महल में रहकर समस्याओं का सामना नहीं कर सकते। स्वाति ने राजनेताओं से अपील की कि वे अपने किले से बाहर निकलकर आम जनता की वास्तविकता को समझें।
स्वाति का यह बयान उस समय आया जब उन्होंने देखा कि सरकार कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान नहीं दे रही है। उनका कहना है कि नेताओं को जनता के दर्द और परेशानियों का सामना करना चाहिए, ताकि वे सही नीतियाँ बना सकें।
इस बयान के जरिए स्वाति ने यह संदेश दिया है कि नेताओं को अपने दायित्वों को समझना और जनता के साथ संवाद करना चाहिए। केवल बड़े दावों से काम नहीं चलेगा, बल्कि जमीनी स्तर पर काम करने की जरूरत है।
स्वाति का यह दृष्टिकोण स्पष्ट करता है कि राजनीति में बदलाव लाने के लिए नेताओं को अपने किले से बाहर आकर जनता की आवाज़ सुननी होगी।
क्यों स्वाति मालीवाल ने आप सरकार पर कड़ी आलोचना की
स्वाति मालीवाल ने जनकपुरी के औचक निरीक्षण के दौरान दिल्ली सरकार की कार्यशैली पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने इलाके में कूड़े के ढेर देखकर नाराजगी जताई और कहा कि लाखों लोग गंदगी में जीने को मजबूर हैं। मालीवाल ने आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार से पूछा कि वे कब तक इस स्थिति की अनदेखी करेंगे और जनता के दुखों को समझेंगे। उनका यह बयान सरकार की सफाई व्यवस्था पर सवाल उठाता है और शहर की सफाई को लेकर जनता की बढ़ती चिंताओं को भी दर्शाता है।
आप सांसद स्वाति मालीवाल ने खुद लिया जायजा।
स्वाति मालीवाल ने जनकपुरी में व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए वहां के कूड़े के ढेर पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग खुद की तुलना भगवान श्री कृष्ण से करते हैं, उनके राज में गायें प्लास्टिक और कूड़ा खा रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने मेयर शैली ओबरॉय को चेतावनी दी कि अगर कूड़ा नहीं हटाया गया, तो वह उनके घर के बाहर कूड़ा फेंकने आएंगी। मालीवाल का यह बयान सरकार की सफाई व्यवस्था को लेकर बढ़ती असंतोष का संकेत है।
आप सांसद स्वाति मालीवाल ने जनकपुरी में औचक निरीक्षण के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि इलाके की स्थिति बेहद खराब है। उन्होंने कहा कि लाखों लोग गंदगी में रहने को मजबूर हैं, कूड़ा सड़कों तक पहुंच चुका है और सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। मालीवाल ने दिल्ली सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि जो खुद को राजा समझते हैं और श्री कृष्ण से तुलना करते हैं, उनके राज में गौमाता कूड़ा खा रही हैं। उन्होंने मेयर शैली ओबरॉय को चेतावनी दी कि यदि कूड़ा साफ नहीं किया गया, तो वह उनके घर के सामने कूड़ा फेंकने आएंगी। उनका यह बयान सरकार की सफाई व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है।