Written by– Sakshi Srivastava
दिवाली का त्योहार मनाने के बाद भी उत्तर भारत में सर्दी का मौसम नहीं आया है। मौसम विभाग के अनुसार, आमतौर पर नवंबर के पहले हफ्ते में ठंड शुरू हो जाती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार कुछ दिनों तक गर्मी बनी रहेगी। हालांकि, अगले हफ्ते से ठंड का एहसास होने की संभावना है। मौसम में बदलाव के लिए ठंडी हवाएं और बादल आने की उम्मीद जताई जा रही है।
लोग अब सर्दियों का इंतज़ार कर रहे हैं, ताकि वे गर्म कपड़े पहन सकें और सर्दी की खुशियों का आनंद ले सकें। मौसम के इस बदलाव से संबंधित जानकारी पर नज़र रखना जरूरी है।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में कई क्षेत्रों में शुष्क मौसम बना हुआ है और तापमान में बढ़ोतरी जारी है। दिल्ली-एनसीआर में आगामी दो-तीन दिनों में अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। ऐसे में लोगों को गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी गई है।
दीपावली के बाद भी उत्तर भारत में सर्दी का आगाज नहीं हुआ है, जिसका मुख्य कारण ओडिशा और पश्चिम बंगाल में आए दाना चक्रवात है। इस चक्रवात ने पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं को रोक दिया, जिससे तापमान में वृद्धि हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, 15 नवंबर के आसपास ठंड बढ़ने की संभावना है, जिससे उत्तर भारत में सर्दी का मौसम शुरू हो सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष ला नीना के प्रभाव से भारत में कम समय में अधिक ठंड पड़ने की संभावना है। ला नीना के कारण समुद्र का तापमान ठंडा हो जाता है, जिससे प्रशांत तट से दूर का पानी सामान्य से ज्यादा ठंडा होता है। यह ठंडी हवा जब भारत की ओर बढ़ती है, तो ठंड को और भी तीखा कर देती है, जिससे सर्दियों में ठंडक का अनुभव अधिक बढ़ सकता है।
ला नीना प्रशांत महासागर में एक महत्वपूर्ण मौसम पैटर्न है, जिसमें तेज हवाएं दक्षिण अमेरिका से इंडोनेशिया तक समुद्र की सतह पर गर्म पानी को उड़ाती हैं। इसके चलते, जैसे-जैसे गर्म पानी पश्चिम की ओर बढ़ता है, दक्षिण अमेरिका के तट के पास गहरे पानी से ठंडा पानी सतह पर आ जाता है। विश्व मौसम विज्ञान संगठन के अनुसार, नवंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच ला नीना की प्रबलता 60 फीसदी बढ़ने की संभावना है, जिससे मौसम में महत्वपूर्ण बदलाव आ सकते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत के कई हिस्सों में मौसम शुष्क बना हुआ है, और तापमान में वृद्धि जारी है। दिल्ली-एनसीआर में अगले दो-तीन दिनों में अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है, जो सामान्य से चार से छह डिग्री सेल्सियस अधिक है। दिन के समय आसमान साफ रहने की संभावना है, जबकि हवाओं की रफ्तार चार से 10 किमी प्रति घंटा के बीच रहेगी। दोपहर में यह गति बढ़कर 10 से 14 किमी प्रति घंटा हो सकती है, लेकिन शाम और रात में यह पांच किमी प्रति घंटा से कम हो जाएगी। रात में धुंध और हल्का कोहरा भी छा सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले एक सप्ताह में उत्तर-पश्चिम भारत और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। उत्तर भारत के आंतरिक इलाकों में समुद्र से दूरी के कारण तटीय जलवायु नहीं होती, जिससे दिन का तापमान अधिक बढ़ जाता है। इसके अलावा, पश्चिम से आने वाली गर्म हवा भी उत्तर-पश्चिम के मैदानी क्षेत्रों में गर्मी बढ़ा रही है। इस समय उत्तर-पश्चिम में कोई पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय नहीं है, जिसके कारण थार मरुस्थल और पाकिस्तान से गर्म हवाएं आने लगी हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, और त्रिपुरा के विभिन्न हिस्सों में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। यह कोहरा स्थानीय दृश्यता को प्रभावित कर सकता है, जिससे यात्रा करते समय सतर्क रहने की सलाह दी गई है।