Written by– Sakshi Srivastava
मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड को लेकर एक नया मोड़ सामने आया है। इस मामले में शामिल शूटर को उत्तर प्रदेश की एसटीएफ (Special Task Force) ने पाकिस्तान की सीमा से लगे इलाकों में दबोच लिया। आरोपी हत्यारे ने गिरफ्तारी के बाद कई अहम जानकारी दी, जिससे हत्याकांड से जुड़े कई राज सामने आया हैं।
यह घटना यूपी के बहराइच जिले में रविवार को हुई, जहां मुंबई क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की। टीम ने बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के मुख्य शूटर को गिरफ्तार किया, जो नेपाल भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने समय रहते उसे पकड़ लिया, अन्यथा वह भारत की सीमा पार कर चुका होता। टीम ने बेहद सटीक योजना बनाकर शूटर को पकड़ने में सफलता प्राप्त की। साथ ही, इस ऑपरेशन में चार अन्य संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया गया, जो शूटर की मदद कर रहे थे। यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही को दर्शाती है।
एसटीएफ ने शूटर को जब पकड़ा, तब वह भारत की सीमा छोड़ने की तैयारी में था। उसकी योजना पाकिस्तान भागने की थी, लेकिन समय रहते उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में शूटर ने बताया कि हत्याकांड के पीछे एक बड़े गैंग का हाथ था, जो विभिन्न आपराधिक गतिविधियों में शामिल है।
एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि शूटर के खुलासे से हत्याकांड के कई पहलुओं पर रोशनी पड़ी है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की संभावना है। इस गिरफ्तारी ने पूरे मामले में नई दिशा दी है और पुलिस को जांच में मदद मिल रही है।
इस घटना से यह भी स्पष्ट हो रहा है कि अपराधी अब भारत से बाहर भागने की योजना बना रहे थे, लेकिन एसटीएफ की सख्ती ने उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया।
कितनी देर चली पूछताछ।
हाड़ा बसेहरी गांव के पास चार इनोवा वाहनों में सवार मुंबई क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की टीम ने एक अहम कार्रवाई की। टीम ने नेपालगंज-नानपारा मार्ग पर एक रोडवेज बस को रोका और कुछ संदिग्ध युवकों को बस से उतारकर पास के एक होटल में ले गई। होटल में लगभग दो घंटे तक इन संदिग्धों से पूछताछ की गई। इस दौरान, टीम को महत्वपूर्ण जानकारी मिली, जो हत्याकांड के मुख्य शूटर और उसके साथियों के बारे में थी। यह कड़ी पूछताछ इस गिरफ्तारी की दिशा में निर्णायक साबित हुई, जिससे शूटर और उसके मददगारों की गिरफ्तारी संभव हो पाई।
अपराधी कहां भागने की तैयारी कर रहा था।
इस कार्रवाई के बाद, एसटीएफ और मुंबई क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने सभी संदिग्धों को अपने साथ लेकर आगे की कार्रवाई की। होटल में पूछताछ के दौरान सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, और होटल के मुख्य द्वार को बंद करवा दिया गया ताकि कोई भी अंदर न जा सके और जानकारी लीक न हो। टीम के सदस्यों में एसटीएफ प्रभारी प्रमेश कुमार शुक्ल, उपनिरीक्षक जावेद आलम सिद्दकी और अन्य अधिकारी शामिल थे। पूछताछ के दौरान यह पुष्टि हुई कि शूटर नेपाल भागने की योजना बना रहा था, लेकिन टीम ने समय रहते उसे और उसके साथियों को पकड़ने में सफलता पाई। इस कड़ी कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की है।
कई महत्वपूर्ण जानकारी दी।
पूछताछ के दौरान शूटर शिवा ने कई महत्वपूर्ण जानकारी उगल दी है, जिससे मामले में और भी अहम सुराग मिले हैं। हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है कि उसने क्या-क्या बयान दिए हैं। इसके बाद टीम ने शिवा को अपने साथ ले जाकर आगे की कार्रवाई शुरू की।
शिवा को शरण देने और नेपाल भागने में मदद करने के आरोप में उसके सहयोगियों – गांव निवासी अनुराग कश्यप, ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेश प्रताप सिंह को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से एक बैग बरामद हुआ, जिसमें कपड़े, मोबाइल फोन और अन्य सामान रखे हुए थे, जो संभवतः शूटर के नेपाल भागने की योजना से जुड़े थे। यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि इससे हत्याकांड से जुड़े अन्य संदिग्धों का भी पर्दाफाश हो सकता है।
सीओ नानपारा प्रदुम्न सिंह ने बताया कि एटीएस द्वारा पकड़े गए युवकों में से एक, कैसरगंज निवासी शिवा है, जो बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में फरार आरोपी था। शिवा के साथ उसके चार अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया गया है, जिन्हें टीम अपने साथ ले गई है। हालांकि, इन गिरफ्तार आरोपियों से क्या पूछताछ की गई, इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। पुलिस द्वारा की जा रही जांच और पूछताछ से यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही मामले से जुड़ी और महत्वपूर्ण जानकारियां सामने आ सकती हैं।