Written by- Sakshi Srivastava
हाल ही में दिल्ली के प्रतिष्ठित India Gate के सामने एक मॉडल, Sannati Mitra, का डांस प्रदर्शन हुआ, जिसने सोशल मीडिया पर काफी विवाद उत्पन्न कर दिया। Sannati Mitra का डांस प्रदर्शन वहां खड़े लोगों के बीच असहमति का कारण बना। कुछ लोग जहां उनके प्रदर्शन को कला का हिस्सा मानते हुए तारीफ कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ कई लोग इसे असंवेदनशील और अनुशासनहीन मानते हुए नाराज थे।
India Gate, जो एक ऐतिहासिक स्थल है, वहां पर इस तरह का प्रदर्शन विवाद का कारण बना। लोगों का कहना था कि इस स्थल पर धार्मिक और राष्ट्रीय महत्व की भावनाएं जुड़ी हुई हैं, और इस तरह के नृत्य प्रदर्शन से वहां की गरिमा में कमी आती है। दूसरी ओर, Sannati Mitra ने इस प्रदर्शन को कला और स्वतंत्रता का हिस्सा बताया और कहा कि उनका उद्देश्य सिर्फ नृत्य के माध्यम से अपनी कला का प्रदर्शन करना था।
इस विवाद ने यह सवाल उठाया कि सार्वजनिक स्थलों पर कला के प्रदर्शन की क्या सीमाएं होनी चाहिए। क्या वहां पर कलाकारों को पूरी स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, या फिर उन्हें समाज और स्थान की गरिमा का ध्यान रखते हुए काम करना चाहिए?
यह मामला समाज के विभिन्न वर्गों में बहस का कारण बना हुआ है। कुछ लोग इसे कला की स्वतंत्रता के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ इसे अनुशासन और शिष्टाचार के खिलाफ मानते हैं।