Delhi Crime Report : दिल्ली पुलिस के दक्षिण-पूर्व जिले की साइबर अपराध शाखा ने अंतरराष्ट्रीय साइबर धोखाधड़ी में शामिल एक गिरोह के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। यह गिरोह दक्षिण एशियाई देशों में साइबर धोखेबाजों को अवैध सिम कार्ड की आपूर्ति कर रहा था। पुलिस ने आरोपी के पास से 5000 नकली सिम कार्ड, 25 मोबाइल फोन और सिम सक्रिय करने वाले उपकरण बरामद किए हैं।

घटना का विवरण:
शिकायतकर्ता गौतम कुमार, जो नई दिल्ली स्थित स्टारकॉन इंफ्रा प्रोजेक्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिकृत प्रतिनिधि हैं, ने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया कि एक जालसाज ने व्हाट्सएप पर संपर्क कर खुद को कंपनी का निदेशक बताया और 20 लाख रुपये की धोखाधड़ी की।
पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर एफआईआर संख्या 74/24 दर्ज कर जांच शुरू की।
पुलिस की कार्रवाई:
अपराध की गंभीरता को देखते हुए, एडिशनल डीसीपी ऐश्वर्या शर्मा की निगरानी में इंस्पेक्टर राज कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में एसआई मोहित चौधरी और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल थे। मोबाइल नंबरों और तकनीकी निगरानी का गहन विश्लेषण कर आरोपी का ठिकाना बिहार के गया में पाया गया।
आरोपी अनुज कुमार (29 वर्ष), जो गया का निवासी है, को गिरफ्तार किया गया। उसके पास से 5000 नकली सिम कार्ड, 223 सक्रिय सिम कार्ड, 02 सिम सक्रिय करने वाले उपकरण और 25 मोबाइल फोन बरामद किए गए।
पूछताछ में हुए खुलासे:
आरोपी ने कबूल किया कि वह सिम कार्ड पंजीकरण प्रक्रियाओं में खामियों का फायदा उठाकर अवैध सिम कार्ड बनाता था। उसने ग्रामीण इलाकों में सिम वेंडिंग कैंप आयोजित किए और एक ही पहचान पर 4-5 सिम कार्ड जारी किए। ये सिम कार्ड नेपाल के रास्ते दक्षिण एशियाई देशों में भेजे जाते थे।
आरोपी ने अब तक भारत के बाहर 1000 से अधिक सिम कार्ड की आपूर्ति की है। इनमें से अधिकतर सिम कार्ड साइबर धोखाधड़ी और अवैध वित्तीय लेन-देन के लिए इस्तेमाल किए गए।
बरामदगी का विवरण:
5000 नकली सिम कार्ड
223 सक्रिय सिम कार्ड
25 मोबाइल फोन
02 सिम सक्रिय करने वाले उपकरण
आरोपी का परिचय:
नाम: अनुज कुमार
पिता का नाम: विक्रम प्रसाद गुप्ता
पता: जहानाबाद, बिहार
आयु: 29 वर्ष
व्यवसाय: एयरटेल सिम कार्ड का अधिकृत विक्रेता
जांच और आगे की कार्रवाई:
पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल होने वाले बैंक खाते में 20 लाख रुपये की राशि फ्रीज कर दी है। फिलहाल, आरोपी के अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क और उसके अन्य साथियों की जांच जारी है।
पुलिस की उपलब्धि:
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई से अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधों के नेटवर्क को गहरी चोट पहुंची है। यह कदम भारत में साइबर अपराधों को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।