नई दिल्ली, 4 जनवरी, 2025- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि अगर लोगों को पानी के बढ़े हुए बिल आ रहे हैं तो इसका कारण केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) में किया भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल प्रति परिवार 20,000 लीटर “मुफ्त“ पानी देने का दावा करते हैं और 12 लाख परिवारों को “शून्य“ पानी बिल मिल रहा है, लेकिन वास्तविकता बिलकुल विपरित है कि आम आदमी पार्टी की सरकार न तो मुफ्त पानी दे रही है और न ही 12 लाख परिवारों को पानी के शून्य बिल मिल रहे हैं और अधिकांश कॉलोनियों को बिल्कुल भी पानी नहीं मिल रहा था। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों से किसकी सरकार थी जो केजरीवाल घोषणा कर रहे है सत्ता में आते ही पिछले पानी के बिल माफ कर देंगे।

श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि केजरीवाल ने अपनी मुफ्त पानी योजना से लोगों को गुमराह किया, क्योंकि अधिकांश कॉलोनियां केजरीवाल के संरक्षण में संचालित टैंकर माफिया पानी की आपूर्ति कर रहे है। केजरीवाल जो कभी डीजेबी के प्रमुख थे उस समय बोर्ड में भारी भ्रष्टाचार हुआ था। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड, जो कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान मुनाफा कमा रही थी, अब 73,000 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबी हुई है, क्योंकि डीजेबी का नेतृत्व करने वाले केजरीवाल और उनके साथियों ने इसे भ्रष्टाचार के चलते लूट लिया है, और गरीब लोगों को गंदा पानी की सप्लाई पर भारी बिल मिल रहे हैं।
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि कई कॉलोनियों में पानी की आपूर्ति तभी होती है जब मानसून के दौरान सड़कों और घरों में पानी भर जाता है क्योंकि केजरीवाल सरकार ने पिछले 11 वर्षों से नालियों और सीवरों से गाद नहीं निकाली जाती है। उन्होंने आश्चर्य जताया कि केजरीवाल पिछले 10 वर्षों में क्या कर रहे थे जब दिल्लीवासी पीने योग्य पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे थे, और यहां तक कि झुग्गी बस्तियों के निवासियों को भी पीने के लिए बोतलबंद पानी खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ा?
श्री देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली की अधिकांश कॉलोनियों में गंदा, प्रदूषित पानी आ रहा है, जो बर्तन या कपड़े धोने के लायक भी नहीं है, और केजरीवाल का लोगों से बढ़े हुए पानी के बिलों का भुगतान न करने के लिए कहना एक चुनावी स्टंट है, जिससे लोगों झांसा देकर वोट हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अच्छी तरह से जानते हैं कि आम आदमी पार्टी को आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में पूरी तरह से हार का सामना करना पड़ेगा, क्योंक दिल्ली में उनकी सरकार के भ्रष्टाचार और कुशासन को लोग अच्छी तरह समझ चुके है।