सरल न्यूज़: दिल्ली में हाल ही में परिवहन व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए कई नई इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत की गई है। इन बसों का उद्देश्य प्रदूषण कम करना, सार्वजनिक परिवहन को अधिक सुलभ बनाना और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है।
2023 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने दिल्ली परिवहन निगम (DTC) के इंद्रप्रस्थ डिपो पर 500 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही दिल्ली में कुल इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़कर 1,300 हो गई।
मार्च 2025 में परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने घोषणा की कि इस महीने दिल्ली की सड़कों पर 1,000 से ज्यादा इलेक्ट्रिक बसें चलेंगी। इन बसों से सार्वजनिक परिवहन को मजबूती मिलेगी और यात्रियों को बेहतर अनुभव होगा।
अप्रैल 2025 में दिल्ली सरकार ने 1,200 नई इलेक्ट्रिक बसों की आपूर्ति की योजना बनाई, जो अप्रैल से शुरू होगी। इन बसों से करीब 5,000 पुरानी बसों की जगह ली जाएगी, जो मियाद पूरी होने के कारण संचालन से बाहर हो जाएंगी।
बैटरी चार्जिंग: नई इलेक्ट्रिक बसों की बैटरी एक से डेढ़ घंटे में पूरी तरह चार्ज हो जाती है और एक बार चार्ज होने पर ये कम से कम 120 किलोमीटर तक चल सकती हैं।
सुरक्षा और सहूलतें: इन बसों में सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, हूटर, दिव्यांग यात्रियों के लिए रैंप और महिलाओं के लिए गुलाबी सीटें जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।
डिपो और संचालन: नई बसों को दिल्ली के विभिन्न डिपो जैसे मुंडेला कलां, राजघाट और रोहिणी सेक्टर-37 से चलाया जाएगा।
दिल्ली सरकार का लक्ष्य है कि 2025 तक दिल्ली में कुल 10,480 बसें हों, जिनमें से 80% यानी लगभग 8,000 बसें इलेक्ट्रिक होंगी। इसके लिए विभिन्न योजनाओं के तहत नई बसों की आपूर्ति की जा रही है और पुरानी बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जा रहा है।