Written by –Sakshi Srivastava

नवरात्र भारत में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह पर्व देवी दुर्गा की आराधना के लिए समर्पित है और इसे पूरे देश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। नवरात्र का अर्थ है “नौ रातें”, जो देवी दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित होती हैं।
नवरात्र का त्योहार आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर के महीने में आता है। यह पर्व नौ दिनों तक चलता है, जिनमें हर दिन विभिन्न रूपों में देवी दुर्गा की पूजा की जाती है। पहले तीन दिन माँ दुर्गा के शक्तिशाली रूपों की पूजा होती है, जबकि अगले तीन दिन माँ लक्ष्मी और अंतिम तीन दिन माँ सरस्वती की आराधना की जाती है।
इस पर्व के दौरान भक्त उपवास रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। देवी दुर्गा की मूर्तियाँ सजाई जाती हैं और कई स्थानों पर गरबा और डांडिया नृत्य का आयोजन किया जाता है। यह समय समाज में एकता, प्रेम और सद्भावना को बढ़ावा देने का होता है।
नवरात्र का सांस्कृतिक महत्व भी है। यह त्योहार हमें हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ता है और विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। इस दौरान लोग एक-दूसरे के साथ मिलकर खुशी मनाते हैं और अपने रिश्तों को मजबूत करते हैं।
नवरात्र न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मकता, शक्ति और साहस का संचार भी करता है। यह हमें सिखाता है कि जीवन में कठिनाइयाँ चाहे कितनी भी हों, अगर हमारी श्रद्धा और विश्वास मजबूत है, तो हम हर बाधा को पार कर सकते हैं।
इस प्रकार, नवरात्र एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक पर्व है, जो हमें देवी शक्ति की उपासना और मानवता के उत्थान का संदेश देता है।