Written by–Sakshi Srivastava
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में हाल ही में एक टेलर ने फायरिंग के दौरान अपनी कहानी साझा की। घटना के समय, वह एक दुकान पर था जब अचानक फायरिंग शुरू हुई। उसने बताया कि गाड़ियों में कुछ लोग आए और अचानक गोलियां चलानी शुरू कर दीं।
टेलर ने बताया कि वह तुरंत छिप गया, लेकिन एक गोली उसके पैर में लग गई। उसने घटना के दौरान हड़बड़ी और भगदड़ का सामना किया। बाद में, उसने पुलिस को सूचना दी और मदद मांगी। उसका कहना है कि इलाके में अक्सर ऐसे विवाद होते रहते हैं, लेकिन इस बार स्थिति बहुत गंभीर थी।
इस केस ने क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संदिग्धों की पहचान करने के प्रयास जारी हैं।
पटाखों के बीच फायरिंग।
आपको बता दें फायरिंग के दौरान जिस टेलर को गोली लगी उसकी नाम राज कनोजिया है। उसकी उम्र 22 साल है इस वक्त कनोजिया मुंबई के बांद्रा अस्पताल में है। कनोजिया ने बताया बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में, टेलर ने बताया कि जब फायरिंग हुई, तब आसपास पटाखे छोड़े जा रहे थे। उस माहौल में फायरिंग की आवाज सुनकर किसी को समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है। टेलर ने बताया कि अचानक पटाखों की आवाज के बीच गोलियों की आवाज आई, जिससे स्थिति और भी डरावनी हो गई। लोग इस घटना को एक सामान्य जश्न का हिस्सा समझ रहे थे, लेकिन असल में यह एक भयानक मर्डर था।
इस फायरिंग ने इलाके में आतंक फैला दिया और सभी लोग तुरंत भागने लगे। टेलर का कहना है कि उस समय हर कोई अपनी जान बचाने की कोशिश कर रहा था। यह घटना न केवल बाबा सिद्दीकी के लिए बल्कि पूरे इलाके के लिए एक चेतावनी बन गई है।
दशहरे के शोर शराबे में लोगों को भनक तक नहीं लगी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में, टेलर ने यह भी बताया कि दशहरे के जश्न के दौरान शोर-शराबा इतनी ज्यादा थी कि लोगों को फायरिंग की आवाज सुनाई नहीं दी। पटाखों और जश्न की आवाजों के बीच किसी को भी समझ में नहीं आया कि क्या हो रहा है। इस वजह से हमलावर आसानी से भागने में सफल रहे।
टेलर ने कहा कि जब गोलियां चलीं, तब अधिकांश लोग समझ नहीं पाए कि यह एक गंभीर घटना है। इसने घटना को और भी भयावह बना दिया, क्योंकि कोई भी मदद के लिए तुरंत नहीं दौड़ा। यह स्थिति न केवल स्थानीय लोगों के लिए, बल्कि कानून-व्यवस्था के लिए भी एक गंभीर चिंता का विषय है।
कैसे दिया बाबा सिद्दीकी के मर्डर को अंजाम।
आपको बता दें 12 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन बाबा सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर लोग विजयादशमी धूम धाम से मना रहे थे पटाखे फोड़ रहे थे तभी करीब 9 बजकर 15 मिनट से लेकर 9 बजकर 20 मिनट के बीच वो अपने बेटे के दफ्तर से बाहर निकले ,उसी बीच पटाखों के शोर में बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग शुरू हो गई आपको बता दे तीन लोग मुंह पर रुमाल बांधकर आए थे और बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग शुरू कर दी बता दें 6 राउंड फायरिंग हुई जिसमें 3 गोली बाबा सिद्दीकी को लगी जिससे वो तुरंत जमीन पर गिर गए, उन्हें लीलावती अस्पताल में ले जाया गया वहां के डॉक्टरों ने बाबा सिद्दीकी को मृत घोषित कर दिया ।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में अभी तक क्या–क्या हुआ।
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में अब तक कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं:
अक्टूबर को विजयादशमी के दौरान बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हुए और बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया
हत्या के बाद, पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। घटनास्थल से सबूत इकट्ठा किए गए और गवाहों के बयान लिए गए।
प्रारंभिक जांच के दौरान लारेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों के शामिल होने की संभावना सामने आई। पुलिस ने संदिग्धों की पहचान करने के प्रयास तेज कर दिए हैं
इस घटना के बाद, इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पुलिस गश्त में वृद्धि की गई है।
इस हत्याकांड पर राजनीतिक हलकों में प्रतिक्रिया हुई है, जिसमें सुरक्षा की मांग और कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए गए हैं।
टेलर और अन्य गवाहों ने घटना के बारे में बयान दिए हैं, जो पुलिस जांच में सहायक हैं।
इस मामले की जांच अभी जारी है, और पुलिस संदिग्धों को पकड़ने के लिए प्रयासरत है।