Written by- Sakshi Srivastava
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर बड़ा बयान देते हुए कहा कि संसद सत्र की शुरुआत से ही उनकी पार्टी ने संभल की घटना को प्रमुख मुद्दा बनाने की कोशिश की है। हालांकि, संसद में सदन का कामकाज नहीं चल पाया, फिर भी उनकी पार्टी की मांग वही है, और वे इस मुद्दे को उठाने के लिए लगातार प्रयासरत हैं। अखिलेश यादव ने इस हिंसा को लेकर सरकार से जवाबदेही की भी मांग की है।
अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर अपनी बात रखते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां के अधिकारी मनमाने तरीके से काम कर रहे हैं, जैसे वे भाजपा के कार्यकर्ता हों। अखिलेश ने यह भी कहा कि संभल की घटना भाजपा की सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य लोगों का ध्यान अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों से भटकाना है। इस तरह के आरोपों के जरिए वे सरकार और भाजपा की नीतियों पर हमला कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने अपने बयान में यह भी कहा कि जो लोग हर जगह विवाद और खुदाई करने की कोशिश कर रहे हैं, एक दिन वे देश की सौहार्द्रता और भाईचारे को खो देंगे। उनका इशारा उन ताकतों की ओर था जो सामाजिक और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह के कदम देश की एकता और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
बांगलादेश मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भारत सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “भारत सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए, ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए। अगर वे हमारे संतों का सम्मान नहीं कर सकते, तो वे एक मजबूत सरकार होने का दावा कैसे कर सकते हैं?” उनका इशारा बांगलादेश में भारतीय संतों के प्रति किए गए कथित अपमान की ओर था। अखिलेश ने यह सवाल उठाया कि जब सरकार अपने संतों का सम्मान नहीं कर सकती, तो कैसे वह अपने देश की मजबूत नेतृत्व की छवि बना सकती है।
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने मस्जिदों के सर्वेक्षण को लेकर गंभीर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह के सर्वेक्षणों के जरिए देशभर में अशांति फैलाने की साजिश रची जा रही है। राम गोपाल यादव ने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए और जिन जजों ने इस तरह के आदेश दिए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उनका आरोप है कि यह एक सोची-समझी रणनीति के तहत समाज में विभाजन और तनाव बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।