Written by- Sakshi Srivastava
उदय प्रताप कॉलेज (UP College) परिसर में मंगलवार को छात्रों ने मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान किया, जिससे क्षेत्र में तनाव की स्थिति पैदा हो गई। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस की भारी तैनाती की गई थी। अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चनप्पा छात्रों से संवाद करने पहुंचे, लेकिन छात्रों ने किसी की भी बात नहीं मानी और उन्होंने एक साथ हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। इस घटना से इलाके में अतिरिक्त सतर्कता बरती गई और पुलिस प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए रखा।
हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचे छात्रों को काबू करने में पुलिस को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। छात्रों के विरोध के बावजूद पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने में जुटे रहे, लेकिन छात्रों की जुबान पर “जय श्रीराम” का नारा ही गूंजता रहा। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को शांत करने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन छात्रों ने अपने कदम नहीं पीछे हटाए और हनुमान चालीसा का पाठ जारी रखा। इस घटनाक्रम ने तनावपूर्ण स्थिति पैदा कर दी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को अतिरिक्त उपाय अपनाने पड़े।
पुलिस के जवानों ने जब छात्रों को रोकने की कोशिश की, तो छात्रों ने विरोध जताते हुए बैरिकेडिंग हटाने की मांग की। इस बीच, पुलिस अधिकारी लगातार छात्रों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन छात्रों ने अपनी स्थिति पर अडिग रहते हुए हनुमान चालीसा का पाठ जारी रखा। पुलिस और छात्रों के बीच तना-तनी की स्थिति बनी रही, जिससे इलाके में तनाव और असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस अधिकारियों ने शांति बनाए रखने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन छात्र अपने नारे और इरादों पर अडिग रहे।
यूपी कॉलेज के छात्र सुबह से ही इकट्ठा होने लगे और हनुमान चालीसा का पाठ करने का एलान करते हुए “जय श्री राम” का नारा लगाने लगे। देखते ही देखते छात्रों की संख्या सैकड़ों तक पहुँच गई और सभी एक साथ एक सुर में हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे। इस सामूहिक प्रदर्शन ने कॉलेज परिसर में माहौल गरमा दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई और पुलिस को सक्रिय रूप से निगरानी रखने के लिए तैनात किया गया।
यूपी कॉलेज में छात्रों का आंदोलन बढ़ता ही जा रहा है, और प्रदर्शन के दौरान कई छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया। जैसे ही पुलिस उन्हें जीप में भरकर ले जा रही थी, अन्य छात्रों ने विरोध जताया और जीप को रोकने का प्रयास किया। “जय भारत माता की” और “जय श्रीराम” के नारे लगाते हुए छात्र जीप के सामने आ गए, और कुछ छात्र तो जीप के सामने लेट भी गए। इस दौरान स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई, और पुलिस को छात्रों को रोकने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात था, लेकिन छात्र अपने विरोध में अडिग रहे, जिससे इलाके में और भी तनाव फैल गया।
क्या था मामला?
वक्फ बोर्ड द्वारा उदय प्रताप कॉलेज को अपनी संपत्ति घोषित करने के बाद कॉलेज के स्टाफ और छात्रों में नाराजगी फैल गई। इस पर सोमवार को कॉलेज में विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसके बाद मंगलवार को छात्रों ने मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने का निर्णय लिया। छात्रों का यह कदम वक्फ बोर्ड के फैसले के विरोध में था, और उन्होंने इसे एक सार्वजनिक विरोध के रूप में देखा। इस प्रदर्शन ने कॉलेज परिसर में तनाव की स्थिति उत्पन्न कर दी, जिससे पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया।
उदय प्रताप कॉलेज की स्थापना महाराजा राजर्षि सिंह जूदेव ने 1909 में की थी और तब से यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण संस्थान बना हुआ है। कॉलेज परिसर में कई शैक्षिक संस्थान संचालित होते हैं, जिनमें उदय प्रताप इंटर कॉलेज, रानी मुरार बालिका इंटर कॉलेज, उदय प्रताप पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट कॉलेज और उदय प्रताप स्वायत्तशासी कॉलेज शामिल हैं। इन सभी संस्थानों में कुल मिलाकर 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं, जो इसे क्षेत्र के प्रमुख शैक्षिक केंद्रों में से एक बनाते हैं।