एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच विवाद ने अमेरिकी राजनीति और व्यापार जगत में हलचल मचा दी है। 5 जून, 2025 को मस्क ने सार्वजनिक रूप से ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की मांग की, यह आरोप लगाते हुए कि ट्रंप का नाम एपस्टीनसे जुड़े दस्तावेजों में दर्ज है। हालांकि, मस्क ने इस आरोप के समर्थन में कोई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए हैं।
यह विवाद तब शुरू हुआ जब मस्क ने ट्रंप के प्रस्तावित $1.6 ट्रिलियन के खर्च बिल, जिसे “वन बिग ब्यूटीफुल बिल” कहा गया, की आलोचना की थी। मस्क ने इसे सरकारी धन की बर्बादी और अनुचित सब्सिडी का उदाहरण बताया। इसके जवाब में, ट्रंप ने मस्क की कंपनियों, जैसे टेस्ला और स्पेसएक्स, के संघीय अनुबंधों और सब्सिडी को समाप्त करने की धमकी दी। मस्क ने इसके प्रत्युत्तर में स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान कार्यक्रम को तत्काल प्रभाव से बंद करने की घोषणा की।
इस विवाद के परिणामस्वरूप, टेस्ला के शेयरों में 14% की गिरावट आई, जिससे मस्क को $20 बिलियन का नुकसान हुआ। इसके अलावा, ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप के शेयरों में भी 8% की गिरावट आई।
मस्क ने अपने आरोपों में यह भी दावा किया कि ट्रंप के राजनीतिक विरोधी, जैसे बिल गेट्स, बिल क्लिंटन और लिंक्डइन के सह-संस्थापक रीड हॉफमैन, एपस्टीन के “क्लाइंट लिस्ट” के सार्वजनिक होने से डरते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हॉफमैन ने ट्रंप के खिलाफ एक मुकदमे को वित्तपोषित किया था, जिसका उद्देश्य ट्रंप को फिर से राष्ट्रपति बनने से रोकना था।
इस विवाद ने अमेरिकी राजनीति और व्यापार जगत में मस्क और ट्रंप के रिश्तों की जटिलता को उजागर किया है। हालांकि व्हाइट हाउस ने दोनों के बीच संवाद स्थापित करने की कोशिश की है, लेकिन यह देखना बाकी है कि यह विवाद किस दिशा में आगे बढ़ता है।