
क्राइम डेस्क
गुजरात के अमरेली जिले के बाबरा तालुका में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल, शैलेश खुंट, पर 11 साल के एक छात्र के यौन उत्पीड़न का गंभीर आरोप लगा है। यह घटना शिक्षा जगत को शर्मसार करने वाली है और समाज में आक्रोश पैदा कर रही है।
घटना का विवरण
आरोपी का नाम शैलेश खुंट, स्कूल का प्रिंसिपल। पीड़ित 11 वर्षीय छात्र, जो बाबरा तालुका के एक निजी स्कूल में पढ़ता था। पीड़ित छात्र ने बताया कि पिछले एक साल से प्रिंसिपल उसके साथ अश्लील हरकतें कर रहा था। आरोपी कथित तौर पर छात्र को होमवर्क न देने का लालच देकर उसे स्कूल के कंप्यूटर लैब, छत, पुराने बाथरूम, और स्कूल के पीछे ले जाकर यौन उत्पीड़न करता था। उसने छात्र के निजी अंगों के साथ छेड़छाड़ की और अनुचित व्यवहार किया।
पीड़ित बच्चे ने किया खुलासा
पीड़ित बच्चे ने स्कूल जाने से इनकार कर दिया और अपने माता-पिता के सामने रोते हुए प्रिंसिपल की हरकतों का खुलासा किया। माता-पिता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शैलेश खुंट को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू की।
गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते पर दाग
पीड़ित बच्चे की मां के अनुसार, उनका बेटा 2024 से इस स्कूल में पढ़ रहा था, जहां 30-35 अन्य बच्चे भी पढ़ते हैं। स्कूल बस की सुविधा भी उपलब्ध थी। बच्चे ने डरते-डरते अपने माता-पिता को बताया कि प्रिंसिपल उसे अकेले बुलाता था और विभिन्न स्थानों पर ले जाकर उसका यौन शोषण करता था। इस घटना ने स्थानीय समुदाय में गुस्सा और सदमा पैदा किया है, क्योंकि यह गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को कलंकित करने वाला मामला है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। जांच चल रही है, और पुलिस यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि आरोपी को कड़ी सजा मिले।
इस घटना ने स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और शिक्षकों की जवाबदेही पर सवाल उठाए हैं। अभिभावकों में डर का माहौल है, और वे स्कूल प्रशासन से बच्चों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।