Written by – Sakshi Srivastava

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर चुनावों के बाद दिल्ली की राजनीति में कुछ अहम बदलाव देखने को मिले हैं। भाजपा को इस चुनाव में मजबूती मिली है, जिससे उसे एक तरह का बूस्टर डोज मिला है। पार्टी का संगठन और रणनीति चुनावी जीत में सफल रहे, जिससे उसका मनोबल बढ़ा है।
वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) की स्थिति काफी निराशाजनक रही है। चुनावी परिणामों ने उसके समर्थकों में असंतोष उत्पन्न किया है, जिससे पार्टी को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

कांग्रेस भी मायूस नजर आ रही है, क्योंकि उसे अपेक्षित समर्थन नहीं मिला। यह स्थिति पार्टी के लिए एक और झटका है, जिससे उसे अपनी रणनीति में बदलाव करने की आवश्यकता महसूस हो रही है।

इन घटनाक्रमों से यह स्पष्ट है कि दिल्ली की राजनीतिक धारा में भाजपा की स्थिति मजबूत हो रही है, जबकि आप और कांग्रेस को अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने के लिए मेहनत करनी होगी।