Written by– Sakshi Srivastava

दिल्ली की विधायक आतिशी ने हाल ही में एक पत्र लिखकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि नौकरी लगवाने वाला व्यक्ति नौकरी से हटाने वाले से बड़ा होता है। यह बयान उन मुद्दों की ओर इशारा करता है, जिनमें सरकारी नियुक्तियों और कार्यप्रणाली में पारदर्शिता की कमी है।
आतिशी ने आरोप लगाया कि एलजी की नीतियों ने कई योग्य उम्मीदवारों को नौकरी से वंचित किया है। उनका कहना है कि नौकरी देने की प्रक्रिया में सुधार की आवश्यकता है, ताकि प्रतिभाशाली लोगों को अवसर मिल सकें।
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने एलजी वीके सक्सेना पर पत्र के जरिए आरोप लगाया है कि उन्होंने बीजेपी के दबाव में 10,000 से ज्यादा बस मार्शलों को हटाया। आतिशी ने कहा कि नौकरी दिलवाने वाला व्यक्ति नौकरी से निकालने वाले से बड़ा होता है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि AAP हर कांट्रैक्ट कर्मचारी के हक के लिए संघर्ष जारी रखेगी।
आतिशी ने पत्र में लिखा है कि उन्हें खुशी है कि बीजेपी को बस मार्शल्स के सामने झुकना पड़ा। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए गरीब परिवारों के युवाओं को बस मार्शल के रूप में नौकरी दिलवाई थी, लेकिन केंद्र सरकार के दबाव में 10,000 से ज्यादा मार्शलों को हटाया गया। उन्होंने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी के मंत्री और विधायक इस संघर्ष में मार्शलों के साथ खड़े हैं।

आतिशी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी ने राजनीतिक दबाव में काम किया और दिल्ली के युवाओं को बेरोजगार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी अपने स्वार्थ के लिए आम लोगों की जरूरतों की अनदेखी कर रही है। उनका यह भी कहना था कि आम आदमी पार्टी हमेशा अपने कर्मचारियों के हक के लिए खड़ी रहेगी।
आतिशी ने कहा कि “संघर्ष के आगे बीजेपी को झुकना पड़ा,” यह दर्शाते हुए कि बस मार्शल्स के लिए उनकी लड़ाई ने प्रभाव डाला। उन्होंने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी उनके अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार खड़ी रहेगी, और यह संघर्ष केवल शुरुआत है।
आतिशी ने कहा कि “केजरीवाल संघर्ष करके बस मार्शल्स को वापस नौकरी दिलाएंगे।” उन्होंने विश्वास जताया कि AAP की कोशिशों से प्रभावित कर्मचारियों को न्याय मिलेगा और उनका हक वापस दिलाया जाएगा।