सरल न्यूज़: पिछले 10 सालों से जिस लूट, भ्रष्टाचार और झूठ की राजनीति को छिपाने की कोशिश केजरीवाल, सिसोदिया और आतिशी मार्लेना कर रहे थे उसकी सच्चाई सबके सामने आ गई है
वीरेन्द्र सचदेवा
शराब लोबी का दलाल अगर कोई है तो वह अरविंद केजरीवाल हैं – वीरेन्द्र सचदेवा
दिल्ली को शराब घोटाले से 2,002.68 करोड़ रुपये का भारी राजस्व नुकसान हुआ है और नान कन्फर्मिंग वार्डों में शराब की दुकानें ना खोलने से 941.53 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है –
वीरेन्द्र सचदेवा
लालू यादव तो सिर्फ़ 214 करोड़ रुपये के घोटाले में सजा काटे थे लेकिन दिल्ली में शराब घोटाला तो उससे दस गुना बड़ा घोटाला है – मनोज तिवारी
अपराध कैसे करते हैं उसकी बहुत अच्छी ट्रेनिंग लेकर अरविंद केजरीवाल आए हैं – मनोज तिवारी
पिछले 10 सालों से बेदर्दी के साथ दिल्ली को लूटा गया है जो स्पष्ट करता है कि दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली थी – प्रवीण खंडेलवाल
नई दिल्ली, 25 फरवरी : दिल्ली विधानसभा में आज सी.ए.जी. रिपोर्ट के विधानसभा पर टेबल होने का दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री वीरेन्द्र सचदेवा, सांसद श्री मनोज तिवारी और श्री प्रवीण खंडेलवाल ने एक संयुक्त प्रेसवार्ता कर स्वागत किया है और कहा कि दिल्ली में पिछले 10 सालों से जिस लूट, भ्रष्टाचार और झूठ की राजनीति को छिपाने की कोशिश अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सुश्री आतिशी मार्लेना कर रहे थे उसकी सच्चाई सबके सामने आ गई है।
प्रेसवार्ता का संचालन प्रदेश भाजपा मीडिया प्रमुख श्री प्रवीण शंकर कपूर ने किया और कहा है की आज से केजरीवाल के जहाज के डूबने की शुरुआत हुई है।
श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि सी.ए.जी. रिपोर्ट सरकार का लेखा-जोखा होता है और सरकार का फर्ज होता है कि इसे पटल पर रखे लेकिन पिछली सरकार ने इसे न्यायलय के हस्तक्षेप के बाद भी नजरअंदाज करती रही और आज जब मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता ने शराब घोटाले के रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है तो कई खुलासे हुए हैं जो स्पष्ट करता है कि शराब का दलाल अगर कोई है तो वह अरविंद केजरीवाल हैं।
श्री सचदेवा ने कहा कि दिल्ली को शराब घोटाले से 2,002.68 करोड़ रुपये का भारी राजस्व नुकसान हुआ है और गैर-अनुरूप वार्डों में शराब की दुकानें न खोलने से 941.53 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। साथ ही सरेंडर किए गए लाइसेंसों का फिर से टेंडर न करने से ₹890 करोड़ का नुकसान। इसके अलावा कोविड -19 के नाम पर ज़ोनल लाइसेंसियों को ₹144 करोड़ की छूट दी गई जबकि सुरक्षा जमा राशि ठीक से वसूलने में विफलता से ₹27 करोड़ का नुकसान सरकार को उठाना पड़ा है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि लाइसेंस वितरण में नियमों का उल्लंघन किए गए और थोक विक्रेताओं को लाइसेंस दिए गए, जो खुदरा और निर्माण कंपनियों से जुड़े थे, जिससे आपूर्ति श्रृंखला भ्रष्ट हुई। लाभ मार्जिन बढ़ाने से थोक विक्रेताओं का मुनाफा बढ़ा, लेकिन सरकार का राजस्व घटाने का काम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने किया है।
उन्होंने कहा कि नई आबकारी नीति में सरकारी नियंत्रण हटाकर निजी कंपनियों को बाजार सौंप दिया गया। कई मामलों में, दुकानों को व्यावसायिक क्षेत्र में बताकर गलत लाइसेंस जारी किए गए, जबकि वे वास्तव में अवैध रूप से संचालित हो रही थीं। बिना गुणवत्ता जांच रिपोर्ट के शराब लाइसेंस जारी किए गए। इन सभी बातों का जवाब अरविंद केजरीवाल को और उनकी पूरी टीम को देना होगा।
श्री वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के विधायकों को पिछले 10 सालों में सिखाया गया है कि कैसे शोर मचाना और कैसे लूट करना है लेकिन अब दिल्ली की जनता भी देखेगी कि कैसे काम किया जाता है और चोरी, दलाली और अन्य लूट को कैसे पटल पर रखकर खुलासा किया जाता है यह बात वह भाजपा की सरकार से आम आदमी पार्टी के विधायक सीखेंगे और जितने काले कारनामे करने वाले लोग हैं वह सही ठिकाने पर होंगे।
सांसद श्री मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल द्वारा 2000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के घोटाले का खुलासा कैग के रिपोर्ट के माध्यम से दिल्ली को पता चलना काफी हैरान करने वाला है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कैग रिपोर्ट का आना और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के मामले की खबर का सामने आना सिर्फ इत्तेफाक नहीं है क्योंकि लालू यादव तो सिर्फ़ 214 करोड़ रुपये के घोटाले में सजा काटे थे लेकिन दिल्ली में शराब घोटाला तो उससे दस गुना बड़ा घोटाला है।
श्री तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने कई नियमों को ताक पर रख कर इस शराब नीति को लागू किया था इसलिए वे पिछले कई सालों से कैग रिपोर्ट को विधानसभा के पटल पर लाने से डर रहे थे।
जिस कैग रिपोर्ट को लेकर श्रीमती शीला दीक्षित को हराया गया और उन्हें निचले स्तर की बातें कहीं गई आज जब श्रीमती रेखा गुप्ता द्वारा इस रिपोर्ट को सामने लाया गया तो कईयों को उम्मीद जागी है कि अब दिल्ली में भ्रष्टाचार खत्म होगा। अपराध कैसे करते हैं उसकी बहुत अच्छी ट्रेनिंग लेकर अरविंद केजरीवाल आए हैं। शराब घोटाले में संलिप्त सभी को ऐसी सज़ा मिलनी चाहिए ताकि आगे से कोई भी भ्रष्टाचार करने से पहले सौ बार सोचे।
श्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि पिछले 10 सालों से बेदर्दी के साथ दिल्ली को लूटा गया है। 2000 करोड़ से ज़्यादा का नुक़सान सरकार को हुआ जो यह स्पष्ट करता है कि दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली थी।
उन्होंने कहा कि थोक विक्रेताओं का लाभ मार्जिन 5% से बढ़ाकर 12% किया गया। सरकारी लैब्स में गुणवत्ता जांच की बात हुई लेकिन कोई लैब स्थापित नहीं हुई।
श्री खंडेलवाल ने कहा कि एक ही आवेदक को 54 शराब की दुकानें संचालित करने की अनुमति दी गई (पहले सीमा 2 थी), जिससे एकाधिकार बढ़ा। सरकारी नियंत्रण हटाकर निजी कंपनियों को बाजार सौंप दिया गया। गुणवत्ता परीक्षण मानकों का उल्लंघन किया गया और बिना गुणवत्ता जांच रिपोर्ट के शराब लाइसेंस जारी किए गए इतना ही नहीं 51% विदेशी शराब परीक्षण रिपोर्ट या तो पुरानी थीं, गायब थीं, या बिना तारीख की थीं। इसलिए अब इन सभी मामलों की जांच होगी और हर पैसे का हिसाब लिया जाएगा।