Written by– Sakshi Srivastava
अगर आप पीएचडी करने का सपना देख रहे हैं, तो आपके लिए खुशखबरी है। विश्वविद्यालय ने 100 सीटों पर पीएचडी के लिए आवेदन शुरू कर दिए हैं। 11 नवंबर से आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, लेकिन इसके लिए 1500 रुपये की रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी।
यह जानकारी जीबीयू (गोपेश्वर विश्वविद्यालय) में पीएचडी के प्रवेश प्रक्रिया के बारे में है। इसके तहत, छात्रों को प्रवेश पाने के लिए दो चरणों को पार करना होगा—पहला, लिखित परीक्षा (टेस्ट) और दूसरा, साक्षात्कार। इन दोनों परीक्षाओं को पास करने के बाद ही पीएचडी के लिए प्रवेश मिलेगा।
पीएचडी में प्रवेश लेने के लिए छात्रों के पास मास्टर डिग्री होना जरूरी है। सामान्य और पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए मास्टर में कम से कम 55% अंक होना चाहिए, जबकि एससी और एसटी वर्ग के छात्रों के लिए यह सीमा 50% है। विश्वविद्यालय में आठ स्कूल हैं और प्रत्येक स्कूल में पीएचडी के लिए कुल मिलाकर 100 से अधिक सीटें उपलब्ध हैं। चयन जनवरी महीने में किया जाएगा।
यह प्रक्रिया छात्रों के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करती है, लेकिन प्रवेश के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता और परीक्षा पास करना जरूरी है।
आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, और इच्छुक उम्मीदवारों को इसके लिए निर्धारित वेबसाइट पर जाकर आवेदन फॉर्म भरना होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद, चयन प्रक्रिया के बारे में सूचना दी जाएगी, जो परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर होगी।
जीबीयू (गोपेश्वर विश्वविद्यालय) में पीएचडी के लिए विभिन्न विषयों में प्रवेश की सुविधा उपलब्ध है। इन विषयों में छात्रों को आवेदन करने की अनुमति है:
- मैनेजमेंट
- कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
- इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
- बायोटेक्नोलॉजी
- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
- आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग
- मैकेनिकल इंजीनियरिंग
- सिविल इंजीनियरिंग
- केमिस्ट्री
- फिजिक्स
- मैथमेटिक्स
- एनवायरमेंटल साइंस
- पॉलिटिकल साइंस
- इंग्लिश
- दर्शनशास्त्र
- जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन
- ह्यूमन राइट्स
- एजुकेशन
- बौद्ध स्टडीज
इन सभी विषयों में छात्रों को पीएचडी में प्रवेश के लिए आवेदन करने का अवसर मिलेगा, बशर्ते वे सभी प्रवेश योग्यता और परीक्षा प्रक्रिया को पूरा करें।
जीबीयू (गोपेश्वर विश्वविद्यालय) में पीएचडी के लिए फीस संरचना इस प्रकार है:
- फुल टाइम रहने वाले छात्रों को प्रत्येक सेमेस्टर में 20,000 रुपये फीस देनी होगी, जिससे कुल मिलाकर 80,000 रुपये में पीएचडी की पूरी प्रक्रिया पूरी होगी।
- वर्किंग प्रोफेशनल्स को प्रति सेमेस्टर 40,000 रुपये फीस देनी होगी।
इसके अतिरिक्त, बौद्ध स्टडीज में पीएचडी के लिए विदेश से भी विद्यार्थी आ रहे हैं, जो विश्वविद्यालय की अंतरराष्ट्रीय पहचान को दर्शाता है।
दाखिला प्रभारी, प्रदीप तोमर के अनुसार, हर साल पीएचडी के लिए आवेदन मांगे जाते हैं, और साल दर साल जीबीयू में पीएचडी के विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि हो रही है, जो विश्वविद्यालय की बढ़ती प्रतिष्ठा और उच्च गुणवत्ता शिक्षा को दर्शाता है।
अगर आप भी इस अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं तो देर न करें, आवेदन 11 नवंबर से शुरू होंगे।