Written by- Sakshi Srivastava
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने हाल ही में दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर के बयान का जवाब दिया है। गावस्कर ने कुछ समय पहले यह कहा था कि पंत ने दिल्ली कैपिटल्स का साथ पैसों के लिए छोड़ा था। इस पर पंत ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने पैसों के लिए दिल्ली का साथ नहीं छोड़ा था। उनका यह निर्णय क्रिकेट करियर और व्यक्तिगत विकास के लिए था, और उन्होंने हमेशा दिल्ली के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखे हैं।
दिग्गज भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने दिल्ली कैपिटल्स से अलग होने के बाद अपनी चुप्पी तोड़ते हुए स्पष्ट किया कि उनके और दिल्ली कैपिटल्स के बीच रिटेंशन को लेकर पैसे के मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई थी। पंत ने आईपीएल के प्रसारकों में से एक के पोस्ट का जवाब दिया, जिसमें क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने यह बताया था कि दिल्ली कैपिटल्स ने क्यों अपने कप्तान को आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी से पहले रिटेन नहीं किया।
गावस्कर के अनुसार, दिल्ली और पंत के बीच रिटेंशन के मुद्दे पर पैसे को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी। उन्होंने यह भी कहा था कि दिल्ली कैपिटल्स की संभावना है कि वे 24 और 25 नवंबर को होने वाली आईपीएल मेगा नीलामी में पंत को वापस खरीदने की कोशिश करेंगे।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, पंत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि उनके और दिल्ली कैपिटल्स के बीच रिटेंशन के मुद्दे पर कोई पैसों का विवाद नहीं था। उन्होंने यह साफ किया कि रिटेंशन के फैसले का कारण कुछ और था और पैसे इस फैसले का हिस्सा नहीं थे। पंत ने इस तरह अपनी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि वह इस मामले में किसी भी तरह की गलतफहमी को दूर करना चाहते हैं।
पंत ने कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा क्रिकेट और अपने खेल के सुधार पर रही है, और उन्होंने कभी भी पैसे के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया। उनका मानना है कि उनके लिए यह कदम सही था, और उन्होंने हमेशा अपने निर्णयों में ईमानदारी रखी है।
गावस्कर का बयान इस संदर्भ में आया था जब पंत को आईपीएल 2023 के लिए दिल्ली कैपिटल्स से बाहर कर दिया गया था, और उन्हें अन्य फ्रेंचाइजी द्वारा ज्यादा पैसों का ऑफर दिया गया था। पंत ने यह भी साफ किया कि वे किसी भी क्लब या फ्रेंचाइजी से ज्यादा पैसे की बजाय अपने खेल में सुधार और एक स्थिर जगह पाने को प्राथमिकता देते हैं।
ऋषभ पंत का यह बयान उनके अनुशासन और कड़ी मेहनत की तरफ इशारा करता है, और यह बताता है कि उनके लिए क्रिकेट से बढ़कर कुछ नहीं है।