दिल्ली के ब्रह्मपुरी इलाके में अल-मतीन मस्जिद के विस्तार को लेकर चल रहे विवाद में दिल्ली नगर निगम (MCD) ने हाल ही में निर्माण स्थल को सील कर दिया है। यह कार्रवाई स्थानीय निवासियों की शिकायतों और पुलिस की जांच के बाद की गई है। नगर निगम के मुताबिक, यहाँ बने ढाँचे को ध्वस्त कराया जाएगा। लेकिन उसके लिए अधिक पुलिस बल मांगा गया हैं।
2023 में मस्जिद के विस्तार का काम शुरू हुआ था, जिसे स्थानीय हिंदू समुदाय ने आपत्ति जताते हुए पुलिस में शिकायत की थी। हिंदू समुदाय का आरोप हैं कि, जानबुझ इसका निर्माण किया जा रहा है ताकि हिंदू परिवार पलायन के लिए मजबूर हो जाए।जिस जगह मस्जिद का विस्तार किया जा रहा है,उससे 100 मीटर की दूरी पर पुराना शिव मंदिर हैं। इसके पास अगर मस्जिद बनेगी और उसका गेट खुलेगा तो ऐसा हो सकता है कि किसी दिन भी बात खड़ा हो जाए।
नवंबर 2024 में मस्जिद ट्रस्ट ने MCD से अनुमति प्राप्त की और फरवरी 2025 में निर्माण कार्य फिर से शुरू किया।लेकिन 13 फरवरी 2025 को एक और शिकायत मिली, जिसमें कहा गया कि मस्जिद का नक्शा गलत तरीके से पास कराया गया था। पुलिस ने जांच की और पाया कि निर्माण कार्य अवैध था। इसके बाद, MCD ने निर्माण कार्य रोक दिया और मस्जिद ट्रस्ट को नोटिस जारी किया।
इस विवाद के कारण इलाके में तनाव बढ़ गया था, जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी। पुलिस ने बताया कि गली नंबर 12 में मस्जिद के नए प्रवेश द्वार के निर्माण को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ था। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने स्थिति को काबू करने के लिए इलाके में चौकसी बढ़ा दी थी।
स्थानीय हिंदू समुदाय के लोग इस विस्तार को लेकर चिंतित हैं। उनका कहना है कि पहले घर खरीदकर, फिर मस्जिद का विस्तार किया जाता है, जिससे इलाके का माहौल बदल जाता है। कुछ स्थानों पर ‘मकान बिकाऊ’ के पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिससे पलायन की भावना को बल मिलता है।
मस्जिद के नायब ईमाम सद्दाम हुसैन का कहना है कि उनकी आबादी बढ़ रही है और मस्जिद को बड़ा करना गलत नहीं है। वे शांति बनाए रखने की बात करते हैं और कहते हैं कि हिंदुओं का डर बेकार है।
इस मामले में पुलिस और MCD की कार्रवाई जारी है, और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।