
अमेरिका द्वारा द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) को आतंकी संगठन घोषित किए जाने के बाद पाकिस्तान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। यह निर्णय 18 जुलाई को अमेरिकी विदेश मंत्रालय द्वारा लिया गया, जिसमें TRF को विदेशी आतंकवादी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की सूची में शामिल किया गया। इस कदम को भारत की कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है, जबकि पाकिस्तान ने इसे भारत द्वारा अमेरिका को “भड़काने” का परिणाम बताया और इस फैसले पर आपत्ति जताई।
पहलगाम हमला
TRF ने 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें 26 पर्यटकों की हत्या की गई। इस हमले में आतंकियों ने स्वचालित हथियारों से लोगों को निशाना बनाया और कुछ को धर्म पूछकर गोली मारी।
TRF और लश्कर-ए-तैयबा का संबंध
TRF को लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का प्रॉक्सी संगठन माना जाता है, जिसे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद स्थानीय विद्रोह की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए बनाया था।
भारत की कार्रवाई: हमले के जवाब में भारत ने 7 मई 2025 को “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए, जिसमें 100 से अधिक आतंकी मारे गए।
अमेरिका का फैसला
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने TRF को आतंकी संगठन घोषित करते हुए कहा कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने और पहलगाम