
सरल डेस्क
झारखंड के पकुड़ जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई, जहां एक घर के बाथरूम में कमोड के अंदर एक जहरीला कोबरा सांप पाया गया। यह घटना उस समय हुई जब एक परिवार सुबह के रोजमर्रा के कामों में व्यस्त था। जैसे ही घर के एक सदस्य ने बाथरूम में प्रवेश किया, कमोड में फन फैलाए कोबरा को देखकर उनके होश उड़ गए। घर में चीख-पुकार मच गई और सभी लोग डर के मारे बाहर की ओर भागे।
कब कहाँ हुई घटना ?
पकुड़ जिला, महेशपुर थाना क्षेत्र, झारखंड एक जहरीला कोबरा सांप बाथरूम के कमोड में पाया गया, जिसके फन फैलाने से परिवार में दहशत फैल गई। परिवार ने तुरंत वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग की टीम ने तत्परता दिखाते हुए सांप को सुरक्षित रूप से पकड़ा और उसे जंगल में छोड़ दिया।
वीडियो और सोशल मीडिया
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में कोबरा को कमोड के अंदर फन फैलाए देखा जा सकता है, जो देखने वालों के लिए एक भयावह दृश्य था। इस वीडियो ने न केवल स्थानीय लोगों बल्कि पूरे देश में लोगों का ध्यान खींचा है, और इसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग वन विभाग की त्वरित कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, जबकि अन्य इस बात पर चिंता जता रहे हैं कि सांप आखिर घर के अंदर कैसे पहुंचा।
वन विभाग की कार्रवाई
सूचना मिलते ही वन विभाग की एक टीम तुरंत मौके पर पहुंची। उन्होंने विशेषज्ञता के साथ कोबरा को सुरक्षित पकड़ा और उसे जंगल में छोड़ दिया, ताकि न तो सांप को नुकसान पहुंचे और न ही वह मानव बस्तियों में वापस आए। इस तरह की घटनाएं झारखंड जैसे क्षेत्रों में असामान्य नहीं हैं, जहां जंगल और मानव बस्तियों की निकटता के कारण सांपों का घरों में प्रवेश करना कभी-कभी देखा जाता है।
सुझाव और सावधानियां जागरूकता
इस घटना ने लोगों के बीच घरों में सांपों के प्रवेश को लेकर जागरूकता बढ़ाई है, खासकर बरसात के मौसम में जब सांप अक्सर शरण की तलाश में घरों में घुस आते हैं। घर के आसपास झाड़ियों और गंदगी को हटाएं, क्योंकि ये सांपों के छिपने की जगह हो सकते हैं। बाथरूम और घर के अन्य हिस्सों में जाली या नेट लगाएं ताकि सांपों का प्रवेश रोका जा सके। अगर सांप दिखे, तो घबराने की बजाय तुरंत वन विभाग या स्नेक कैचर को सूचित करें।
यह घटना एक बार फिर यह याद दिलाती है कि प्रकृति और मानव बस्तियों के बीच संतुलन बनाए रखने की जरूरत है। वन विभाग की त्वरित कार्रवाई ने इस स्थिति को सुरक्षित रूप से संभाल लिया, लेकिन ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जागरूकता और सावधानी जरूरी है