
दिल्ली डेस्क
दिल्ली में नौकरी के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें सागर सिंह उर्फ मनु नाम के 27 वर्षीय व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह फर्जी रैकेट विशेष रूप से शिक्षित महिलाओं और वकीलों को निशाना बनाता था, जिन्हें दिल्ली महिला आयोग और अन्य सरकारी विभागों में उच्च पदों पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया जाता था।
कब हुआ मामले का खुलासा
18 अगस्त को विश्वास नगर की निवासी शिखा तिवारी ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद इस रैकेट का पर्दाफाश हुआ। शिखा ने बताया कि जून 2025 में उन्हें एक फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सरकारी नौकरी का ऑफर मिला, जो उनकी परिचित महिला वकील विजय लक्ष्मी का था। जांच में पता चला कि सागर सिंह ने इस वकील का सोशल मीडिया अकाउंट हैक कर लिया था और उसी का इस्तेमाल ठगी के लिए किया।
ठगी का तरीका जानकारी का दुरुपयोग
आरोपी इंटरनेट और गूगल के माध्यम से गृह मंत्रालय, दिल्ली सरकार के विभागों, और महिला आयोग की भर्तियों की जानकारी जुटाता था। वह खुद को वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के रूप में पेश करता और पीड़ितों को भरोसा दिलाता कि उसके बड़े अधिकारियों से संपर्क हैं। नौकरी के लिए पंजीकरण शुल्क, प्रोसेसिंग फीस या अन्य बहानों से पैसे मांगता था। शिखा तिवारी से 23,110 रुपये और एक अन्य महिला वकील से 3.34 लाख रुपये ठगे गए। पैसे लेने के बाद वह पीड़ितों से संपर्क तोड़ देता या टालमटोल करता।
पुलिस की कार्रवाई गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने तकनीकी जांच और बैंक खातों की ट्रैकिंग के आधार पर सागर सिंह को गाजियाबाद के विजय नगर से गिरफ्तार किया। सागर सिंह आदतन अपराधी है और पहले भी कई राज्यों में धोखाधड़ी और यौन अपराध के मामलों में नामजद रहा है। उसके खिलाफ राष्ट्रीय साइबर अपराध पोर्टल पर भी शिकायतें दर्ज हैं। पुलिस अब उसके अन्य शिकार और संभावित सहयोगियों की तलाश कर रही है।
अन्य संबंधित मामले
एक अन्य मामले में, सुदीप सरकार ने पियाली रॉय नाम की महिला से रेलवे में नौकरी का झांसा देकर 32.56 लाख रुपये ठगे। उसने फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर भरोसा जीता था। दिल्ली पुलिस ने मई 2025 में एक अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया, जो नौकरी के नाम पर ठगी करता था।
महिला आयोग में भर्ती घोटाला
दिल्ली महिला आयोग में 223 अनधिकृत नियुक्तियों का मामला भी सामने आया, जिसके लिए पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल पर आरोप हैं। इन नियुक्तियों को दिल्ली के उपराज्यपाल ने रद्द कर दिया। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे नौकरी के ऑफर देने वाले अनजान लोगों पर भरोसा न करें और कोई भी भुगतान करने से पहले ऑफर की सत्यता जांच लें।