
स्पेशल डेस्क
बीजेपी आईटी सेल प्रमुख और राष्ट्रीय प्रवक्ता अमित मालवीय ने 2 सितंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर की, जिसमें उन्होंने कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा पर गंभीर आरोप लगाया। मालवीय ने दावा किया कि पवन खेड़ा के पास दो सक्रिय वोटर आईडी (EPIC नंबर) हैं, जो चुनावी कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है। यह आरोप बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर चल रही राजनीतिक बहस के बीच आया है, जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर गड़बड़ी के आरोप लगा रहे हैं। मालवीय ने इसे कांग्रेस की ‘हिपोक्रेसी’ बताते हुए राहुल गांधी और सोनिया गांधी पर भी निशाना साधा।
दो सक्रिय EPIC नंबर
मालवीय के अनुसार, पवन खेड़ा का नाम दो अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में मतदाता सूची में दर्ज है:जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र (पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत): यहां EPIC नंबर JRE0135750 है। पिता का नाम: एचएल खेड़ा। उम्र: लगभग 57 वर्ष।
नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र (नई दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत)
यहां EPIC नंबर WQC0345678 है। पिता का नाम: एचएल खेड़ा। उम्र: लगभग 57 वर्ष। मालवीय ने पोस्ट में वोटर लिस्ट के स्क्रीनशॉट शेयर किए, जो कथित तौर पर चुनाव आयोग की वेबसाइट से लिए गए हैं। दोनों आईडी एक्टिव बताए गए हैं, और नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि (31 जुलाई 1968) में समानता है। मालवीय ने चुनाव आयोग से अपील की कि वह जांच करे कि पवन खेड़ा ने ये दो आईडी कैसे प्राप्त कीं और क्या उन्होंने एक से अधिक बार वोट डाला। उन्होंने कहा कि यह ‘वोट चोरी’ का स्पष्ट उदाहरण है, जबकि कांग्रेस खुद इसी मुद्दे पर बीजेपी पर हमला बोल रही है।
मालवीय का राहुल गांधी पर तंज
मालवीय ने लिखा, “राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ का शोर मचा रहे हैं, लेकिन उनकी मां सोनिया गांधी ने भारतीय नागरिकता मिलने से पहले ही वोटर लिस्ट में नाम दर्ज करा लिया था। अब पवन खेड़ा, जो गांधी परिवार के करीबी हैं, के पास दो EPIC नंबर हैं। कांग्रेस ही असली ‘वोट चोर’ है।” मालवीय ने आरोप लगाया कि पवन खेड़ा बिहार में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मतदाताओं को गुमराह कर रहे हैं और चुनाव प्रक्रिया को कमजोर करने की साजिश रच रहे हैं।
राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’
यह विवाद बिहार विधानसभा चुनाव (2025) से जुड़ा है, जहां कांग्रेस ने मतदाता सूची में गड़बड़ी के 89 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की हैं। राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के तहत कांग्रेस ने दावा किया है कि लाखों वोटरों के नाम डिलीट या डुप्लिकेट किए गए हैं। मालवीय का यह आरोप कांग्रेस को उसी मुद्दे पर घेरने की कोशिश है। बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस झूठ फैला रही है, जबकि खुद उसके नेता चुनावी नियम तोड़ रहे हैं।
पवन खेड़ा कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन हैं। वे अक्सर टीवी डिबेट और प्रेस कॉन्फ्रेंस में सक्रिय रहते हैं। उनका राजनीतिक सफर शीला दीक्षित के साथ शुरू हुआ, और वे 2013 से कांग्रेस से जुड़े हैं।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया
पवन खेड़ा या कांग्रेस की ओर से इस आरोप पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, कांग्रेस ने पहले ऐसे आरोपों को ‘राजनीतिक साजिश’ बताया है। राहुल गांधी ने हाल ही में कहा था कि ‘वोट चोरी’ को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और चुनाव आयोग को पारदर्शिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ/चुनाव आयोग ?
चुनाव आयोग के नियमों के अनुसार, एक व्यक्ति के पास केवल एक सक्रिय EPIC नंबर हो सकता है। डुप्लिकेट आईडी होने पर नाम रद्द किया जाता है, और दोहरी वोटिंग पर सजा हो सकती है (IPC की धारा 171D के तहत 1 साल तक की कैद या जुर्माना)।
अभी तक चुनाव आयोग ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन मालवीय ने एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) प्रक्रिया का हवाला देते हुए कहा कि यह कांग्रेस की ‘असलियत’ उजागर करेगी।
क्या होंगे संभावित प्रभाव
यह आरोप बिहार चुनाव को और गर्मा सकता है। बीजेपी इसे कांग्रेस के ‘डबल स्टैंडर्ड’ के रूप में पेश कर रही है। अगर जांच हुई, तो यह पवन खेड़ा के राजनीतिक करियर पर असर डाल सकता है। पहले भी खेड़ा विवादों में रहे हैं, जैसे 2023 में पीएम मोदी पर बयान के कारण गिरफ्तारी।