
कोलकाता:- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सोमवार को कोलकाता में आयोजित एक विशाल SIR (Special Intensive Revision) विरोधी रैली में भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा, “…तो पूरे देश में BJP की नींव हिला दूंगी”। यह बयान SIR प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर TMC की बढ़ती नाराजगी को दर्शाता है। रैली में लाखों समर्थक शामिल हुए, जिनमें हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई समुदाय के लोग प्रमुख थे। ममता ने हाथ में संविधान की प्रति थामे हुए मार्च का नेतृत्व किया।
SIR क्या है और क्यों विवादास्पद ?
SIR का मतलब Special Intensive Revision (SIR) मतदाता सूची के विशेष गहन संशोधन की प्रक्रिया है, जिसे चुनाव आयोग (EC) ने पश्चिम बंगाल में लागू किया है। इसका उद्देश्य अवैध घुसपैठियों (जैसे बांग्लादेशी और रोहिंग्या) के नाम हटाकर मतदाता सूची को साफ-सुथरा बनाना है। यह प्रक्रिया BLO (Booth Level Officers) द्वारा घर-घर जाकर फॉर्म भरवाने पर आधारित है।
ममता बनर्जी इसे “बंगाल विरोधी साजिश” बता रही हैं। उनका दावा है कि “यह प्रक्रिया बिना प्लानिंग के थोपी गई है, जो असंवैधानिक है और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाती है। रैली के बाद ममता ने CEC ज्ञानेश कुमार को पत्र लिखकर SIR को तुरंत रोकने की मांग की, इसे “खतरनाक और अस्त-व्यस्त” बताया। BJP नेताओं (जैसे गौरव भाटिया) ने इसे ममता का “वोटबैंक बचाने का डर” कहा। उनका कहना है कि ममता की राजनीति घुसपैठियों पर टिकी है, और SIR से उनके वोटर भाग रहे हैं। BJP का दावा है कि यह प्रक्रिया संवैधानिक है और बंगाल में भगवा लहर लाएगी।
पूरे देश में BJP की नींव हिला दूंगी: ममता
रैली 4 नवंबर को शुरू हुई थी, लेकिन हाल के दिनों में तीव्र हुई। ममता के भतीजे और TMC महासचिव अभिषेक बनर्जी भी इसमें शामिल रहे। रैली के ठीक बाद BLO फॉर्म लेकर ममता के कालीघाट आवास पहुंचे, जिसे TMC ने “दबाव की कार्रवाई” बताया। रैली में ममता ने BJP पर “संविधान को कुचलने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा “SIR बंगाल की जनता को बांटने की साजिश है। यह अवैध घुसपैठियों को नहीं, बल्कि मेहनतकश लोगों को परेशान करेगा। अगर BJP ने इसे नहीं रोका, तो मैं पूरे देश में BJP की नींव हिला दूंगी। “हम संविधान की रक्षा करेंगे। हिंदू-मुस्लिम सब एक हैं। BJP की ये चालें 2026 के बंगाल चुनाव में उल्टी पड़ेंगी।”
यह चेतावनी राष्ट्रीय स्तर की है, जो TMC की INDIA गठबंधन के साथ साझा रणनीति का हिस्सा लगती है। राहुल गांधी का “वोट चोरी विरोधी” अभियान भी इसी से जुड़ा है।
BJP ने दी प्रतिक्रिया
BJP ने ममता को “डरी हुई” बताया। गौरव भाटिया ने कहा “ममता जानती हैं कि जनता उन्हें नकार रही है। SIR से उनके घुसपैठिया वोटर भाग रहे हैं।” अरुणाचल BJP ने वीडियो शेयर कर कहा: “ममता की राजनीति सांप्रदायिक है। SIR देश को मजबूत बनाएगा।”
यह रैली TMC का वोटबैंक मजबूत करने का प्रयास है। लेकिन BJP का दावा है कि “SIR से 2026 चुनाव में उनका पलड़ा भारी होगा। ममता ने EC को पत्र लिखा है। अगर SIR जारी रहा, तो कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है। यह विवाद बंगाल की सियासत को और गरमा सकता है। पूरी घटना पर नजर रखें, क्योंकि EC का अगला कदम निर्णायक होगा।