
विशेष डेस्क
ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में 21 अगस्त 2025 को हुई निक्की भाटी की हत्या एक पूर्व नियोजित साजिश का नतीजा थी। कासना कोतवाली पुलिस ने 500 से अधिक पन्नों की चार्जशीट मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) कोर्ट में दाखिल की है, जिसमें हत्या, साजिश और जानबूझकर चोट पहुंचाने के आरोप लगाए गए हैं। यह चार्जशीट मोबाइल लोकेशन, सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड, फॉरेंसिक रिपोर्ट और प्रत्यक्षदर्शी बयानों पर आधारित है। निक्की की मौत कोई हादसा या आत्महत्या नहीं, बल्कि उसके पति और ससुराल वालों की मिलीभगत से की गई क्रूर हत्या थी। आइए, चार्जशीट के प्रमुख खुलासों को विस्तार से समझते हैं।
निक्की कौन थीं?
निक्की भाटी (उम्र लगभग 25-30 वर्ष) मूल रूप से हरियाणा के कैथल जिले की रहने वाली थीं। वे शिक्षित थीं और ग्रेटर नोएडा के सिरसा गांव में अपने ससुराल के घर में ही बहन कंचन भाटी के साथ ब्यूटी पार्लर चलाती थीं। निक्की की शादी विपिन भाटी से लगभग 7-8 साल पहले हुई थी। उनका एक 6 वर्षीय बेटा ऐविश था। ससुराल पक्ष रूढ़िवादी था। निक्की और कंचन सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम, यूट्यूब) पर ब्यूटी टिप्स, रील्स और वीडियो बनाकर शेयर करती थीं। इससे ससुराल वाले नाराज रहते थे। वे इसे “परिवार की इज्जत” से जोड़कर रोकना चाहते थे, लेकिन निक्की ने इनकार कर दिया। यह नाराजगी ही हत्या का मुख्य कारण बनी।
साजिश का खुलासा..पहले से रची गई योजना
चार्जशीट के अनुसार, हत्या की साजिश कई दिनों से रची जा रही थी। पति विपिन भाटी, सास दयावती (दया), ससुर सतवीर भाटी और जेठ रोहित भाटी ने मिलकर योजना बनाई। कारण: निक्की की “आधुनिक सोच” और वीडियो बनाने की आदत। ससुराल पक्ष ने कई बार टोका, लेकिन निक्की नहीं मानीं। इससे गुस्से में साजिश बनी। हत्या को गैस सिलेंडर फटने का हादसा या आत्महत्या दिखाना।
घटना के समय खुद को घर से बाहर दिखाने के लिए सीसीटीवी और लोकेशन का इस्तेमाल। उदाहरण: विपिन पड़ोसी की छत से कूदकर भागा, सास दुकान पर चली गईं। थिनर जैसा ज्वलनशील पदार्थ इस्तेमाल कर जलाना, ताकि जल्दी मौत हो जाए। पुलिस ने कॉल रिकॉर्ड और मोबाइल डेटा से साबित किया कि आरोपी घटना से पहले एक-दूसरे से संपर्क में थे।
उस दिन क्या हुआ ?
21 अगस्त 2025 को शाम करीब 5:45 बजे सिरसा गांव के ससुराल घर में घटना घटी। चार्जशीट में विस्तृत क्रम इस प्रकार है:शुरुआत: विपिन भाटी थिनर की बोतल लेकर बेडरूम में पहुंचा। निक्की से मामूली बहस हुई (संभवतः वीडियो बनाने पर)। विपिन ने निक्की को पीटा। विरोध करने पर थिनर उसके शरीर पर उड़ेल दिया। पास खड़ी सास दयावती ने विपिन को लाइटर थमाया। विपिन ने लाइटर जला दिया, जिससे निक्की 80% जल गईं। निक्की की चीखें घर में गूंजीं।
आग लगते ही विपिन पड़ोसी की छत पर चढ़ा और कूदकर नीचे दुकान पर पहुंच गया। सास दयावती भी घर से बाहर निकलकर दुकान पर चली गईं, ताकि वे “घर में नहीं थे” यह साबित हो। आरोपियों ने निक्की को फोर्टिस अस्पताल (ग्रेटर नोएडा) ले जाया, जहां से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया। रास्ते में ही निक्की की मौत हो गई (मौत का कारण: हाइपोवोलेमिक शॉक)। झूठी कहानी आरोपियों ने पुलिस को बताया कि “गैस सिलेंडर फट गया था”। लेकिन घटनास्थल पर कोई विस्फोट के निशान (टूटा चूल्हा, बिखरे पाइप) नहीं मिले।
बेटे ऐविश का प्रत्यक्षदर्शी बयान सबसे बड़ा सबूत
6 साल के बेटे ऐविश का बयान चार्जशीट का सबसे मजबूत हिस्सा है। वह कमरे में मौजूद था और सब कुछ देखा। उसके शब्दों में “पापा कमरे में आए और मम्मी को मारा। मम्मी ने विरोध किया तो पापा ने बोतल से कुछ (थिनर) उनके ऊपर डाला। दादी पास खड़ी थीं, उन्होंने पापा को लाइटर दिया। फिर पापा ने मम्मी को आग लगा दी।” यह बयान कानूनी रूप से वैध माना गया, क्योंकि बच्चा इतना छोटा है कि मनगढ़ंत बयान नहीं दे सकता। पुलिस ने इसे “निर्णायक सबूत” बताया।
सबूत और अन्य खुलासे फॉरेंसिक सबूत
घटनास्थल से जले कपड़े, थिनर की बोतल (विपिन ने बाद में फेंकी, लेकिन बरामद), लाइटर और मिट्टी के नमूने। आग थिनर जैसे पदार्थ से लगी, सिलेंडर ब्लास्ट से नहीं। जलने का पैटर्न ऊपर से डाले तरल की पुष्टि करता है। पोस्टमॉर्टम में 80% जलन, मौत शॉक से।
क्या है वीडियो सबूत !
निक्की की बहन कंचन ने 3 वीडियो क्लिप और 1 स्क्रीनशॉट दिए, जो घरेलू मारपीट दिखाते हैं। कंचन ने ही 22 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज कराई। अस्पताल में निक्की का कथित बयान (सिलेंडर फटने का) संदिग्ध, क्योंकि वह बोलने की स्थिति में नहीं थी। कोई वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं। सभी चार आरोपी (विपिन, दयावती, सतवीर, रोहित) लुक्सर जेल में बंद। वे घर में नहीं थे, सीसीटीवी फुटेज उनके पास हैं। जमानत याचिका सत्र न्यायालय में दाखिल होगी।
वर्तमान स्थिति और चार्जशीट
बीएनएस की धारा 103(1) (हत्या), 115(2) (गंभीर चोट) और 61(2) (साजिश) के तहत दाखिल। अगली सुनवाई सत्र न्यायालय में होगी।डीसीपी साद मियां खान बोले “सभी साक्ष्य मजबूत, सजा सुनिश्चित करेंगे।” निक्की के पिता भिकारी सिंह ने कहा “न्याय मिलेगा, बेटे की परवरिश करेंगे।” मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिससे जांच तेज हुई। यह हत्याकांड महिलाओं पर घरेलू हिंसा और रूढ़िवादी सोच की क्रूरता को उजागर करता है। यदि और अपडेट चाहिए, तो बताएं।