
स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली:- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 128वें एपिसोड में विंटर टूरिज्म को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने सर्दियों के मौसम को ‘हिमालय का गोल्डन टाइम’ करार देते हुए देशवासियों से हिमालयी क्षेत्रों को अपनी अगली छुट्टी की योजना में शामिल करने का आह्वान किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पास विंटर टूरिज्म हब बनने की अपार क्षमता है, और उत्तराखंड जैसे राज्य इसमें अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
पीएम मोदी ने ‘मन की बात’ में क्या कहा ?
‘मन की बात’ के इस एपिसोड में पीएम मोदी ने विंटर टूरिज्म को एक अनोखे अनुभव के रूप में पेश किया। उनके प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं हिमालयी घाटियों का आकर्षण “सर्दियों के इन दिनों में हिमालयी घाटियां एक ऐसी यात्रा का हिस्सा बन जाती हैं जो जीवन भर याद रहती है। अगर आप इस सर्दी में कहीं घूमने की योजना बना रहे हैं, तो हिमालयी घाटियों को जरूर ध्यान में रखें।” पीएम ने कहा कि सर्दी का मौसम विंटर टूरिज्म के लिए आदर्श है, और यह पर्यटन को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।
उत्तराखंड का उदाहरण: उन्होंने उत्तराखंड को विंटर टूरिज्म का ‘सुपरस्टार’ बताया। औली, मुनस्यारी, चोपटा जैसी जगहें अब वैश्विक पर्यटन स्थल बन रही हैं। पीएम ने कहा कि ये स्थान न केवल साहसिक खेलों के लिए, बल्कि शांति और सौंदर्य के लिए भी आकर्षक हैं।
आदि कैलाश का सफल उदाहरण
पीएम ने पिथौरागढ़ जिले के आदि कैलाश का जिक्र किया, जहां 2 नवंबर को 14,500 फीट की ऊंचाई पर पहली हाई एल्टीट्यूड अल्ट्रा रन मैराथन आयोजित हुई। उन्होंने बताया कि सुबह 5 बजे शुरू हुई 60 किलोमीटर लंबी ‘आदि कैलाश परिक्रमा रन’ में लोगों का उत्साह देखने लायक था। तीन साल पहले यहां मात्र 2,000 पर्यटक आते थे, लेकिन अब यह संख्या 30,000 से अधिक हो गई है। यह विंटर टूरिज्म की बढ़ती लोकप्रियता का प्रमाण है।
पर्यटन को बढ़ावा पीएम ने लोगों से हिमालयी क्षेत्रों को प्राथमिकता देने की अपील की। उन्होंने कहा कि “विंटर टूरिज्म न केवल अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि स्थानीय संस्कृति और पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा देगा।”
विंटर टूरिज्म पर पीएम का व्यापक फोकस
इसके अलावा, पीएम मोदी ने हाल ही में उत्तराखंड के हर्षिल में विंटर टूरिज्म कार्यक्रम को संबोधित किया था, जहां उन्होंने ‘घुमक्कड़ टूरिज्म’ को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि राज्य में चारधाम ऑल वेदर रोड, आधुनिक एक्सप्रेसवे, रेलवे विस्तार और हेलीकॉप्टर सेवाओं के कारण विकास तेजी से हो रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने केदारनाथ और हेमकुंड रोपवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है, जो यात्रा समय को काफी कम कर देगा।पीएम ने कॉर्पोरेट सेक्टर, फिल्म इंडस्ट्री और युवाओं से अपील की कि वे विंटर डेस्टिनेशन वेडिंग और शूटिंग के लिए उत्तराखंड को चुनें। राज्य को ‘मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट’ का पुरस्कार मिल चुका है, और आधुनिक सुविधाएं तेजी से विकसित हो रही हैं।
विंटर टूरिज्म के प्रमुख आंकड़े और पहल
उत्तराखंड विंटर डेस्टिनेशन में औली, मुनस्यारी, चोपटा, हर्षिल वैश्विक पर्यटकों की संख्या में 50% वृद्धि स्कीइंग, ट्रेकिंग और स्नो एक्टिविटीज के लिए हॉटस्पॉट। आदि कैलाश परिक्रमा रन 60 किमी रन, 14,500 फीट ऊंचाई पर पर्यटक संख्या 2,000 से 30,000+ (3 वर्षों में) साहसिक पर्यटन को बढ़ावा। रोपवे प्रोजेक्ट केदारनाथ (₹4,081 करोड़) और हेमकुंड (₹2,730 करोड़) यात्रा समय 50% कम; धार्मिक और विंटर टूरिज्म को आसान बनाएगा। इंफ्रास्ट्रक्चर विकास चारधाम रोड, हेली-सर्विसेज पर्यटन आय में 20-25% वार्षिक वृद्धि का अनुमान।
पीएम मोदी का यह जोर विंटर टूरिज्म को भारत की अर्थव्यवस्था का नया इंजन बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विशेषज्ञों के अनुसार, हिमालयी क्षेत्रों में विंटर टूरिज्म से 2025-26 में 15% अधिक राजस्व की उम्मीद है।
देखिए पूरी रिपोर्ट क्या बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी