
सुशील कुमार
सरल डेस्क
देहरादून में पहली बार आयोजित “उत्तराखण्ड क्रिएटर्स मीट 2025” ने खोले विकास के नए आयाम। उत्तराखंड की विकास यात्रा में एक नया अध्याय जुड़ गया जब सी2सी–कमिटेड टू कॉमनर (केदार बियॉन्ड क्रिएशन प्रा. लि. की इकाई) ने देहरादून में पहली बार “उत्तराखण्ड क्रिएटर्स मीट 2025 एवं महिला उद्यमी सम्मान समारोह” का आयोजन किया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसे डिजिटल उत्तराखंड का मजबूत कदम बताते हुए कहा कि “विकसित भारत @2047 में उत्तराखंड युवा शक्ति और डिजिटल नवाचार के दम पर अग्रणी भूमिका निभाएगा।” सैकड़ों कंटेंट क्रिएटर्स, इन्फ्लुएंसर्स और डिजिटल उद्यमियों की मौजूदगी ने इसे युवाओं की ऊर्जा और रचनात्मकता का अनोखा संगम बना दिया।
महिला उद्यमिता को बढ़ावा : पाँच महिला उद्यमियों को सम्मान
कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहा Women Entrepreneur Awards, जिसके तहत प्रदेश की पाँच प्रेरणादायी महिला उद्यमियों— ज्योति डबराल, नलिनी गुसाईं, गायत्री, कंचन जडली और शशि बहुगुणा रतूड़ी—को उनके नवाचार और जनसरोकार आधारित उद्यमिता के लिए सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि “महिला उद्यमिता ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था के डिजिटल सशक्तिकरण की आधारशिला बनेगी।
डिजिटल सेतु : सरकार और जनता के बीच नई कड़ी
सीएम धामी ने सोशल मीडिया को प्रशासन और जनता के बीच “संवेदनशील सेतु” बताते हुए कहा कि डिजिटल क्रिएटर्स पर्यटन, जैव विविधता और स्थानीय उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम की शुरुआत जागर गायक प्रीतम भरतवाण की सांस्कृतिक प्रस्तुति से हुई, जिन्होंने उत्तराखंड की परंपराओं को डिजिटल मंच पर पहुँचाने की पहल को आगे बढ़ाया। मुख्य सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम और डीजी सूचना बंशीधर तिवारी की उपस्थिति ने इस प्रयास को संस्थागत समर्थन दिया।
क्रिएटर्स इकोसिस्टम : भविष्य के विकास का इंजन
C2C Leadership और Kedar Beyond Creations द्वारा प्रस्तावित डिजिटल इकोसिस्टम राज्य में रोजगार, नवाचार और सांस्कृतिक संरक्षण को नई गति देगा। प्रीतम भरतवाण जैसे कलाकारों का डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आना दर्शाता है कि उत्तराखंड अब सांस्कृतिक विरासत को आधुनिक तकनीक से जोड़ रहा है।
विकास की नई कहानी : युवा, महिलाएँ और डिजिटल ऊर्जा
“उत्तराखंड क्रिएटर्स मीट–2025” ने सिद्ध कर दिया कि पहाड़ का भविष्य अब सिर्फ भौतिक ढांचों से नहीं, बल्कि युवाओं की सोच, महिलाओं की सृजनशीलता और डिजिटल क्रिएटर्स की शक्ति से लिखा जाएगा। अब आवश्यकता है कि इस पहल को पूरे राज्य तक फैलाया जाए ताकि हर गांव का युवा क्रिएटर बने और हर महिला डिजिटल उद्यमी के रूप में उभरे। इसी मार्ग पर चलते हुए विकसित भारत @2047 का चमकता सितारा बनने की ओर उत्तराखंड तेज़ी से अग्रसर है।