
सरल डेस्क
दिसंबर के पहले सप्ताह में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo में बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी की स्थिति सामने आई। हजारों यात्रियों को घंटों एयरपोर्ट पर फंसा रहना पड़ा। अब इस पूरे मामले की जांच दो स्तरों पर शुरू हो चुकी है—एक सरकारी नियामक DGCA की ओर से और दूसरी एयरलाइन की आंतरिक जांच, जिसके लिए बाहरी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। तो वहीं दूसरी ओर IndiGo के बोर्ड ने आंतरिक जांच के लिए Chief Aviation Advisors LLC की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. यानी इंडिगो संकट की जांच अब बाहरी एविएशन एक्सपर्ट भी करेंगे।
यात्रियों को मिली राहत नहीं, कई शहरों में अफरा-तफरी
फ्लाइट्स रद्द होने से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, कोलकाता समेत कई बड़े एयरपोर्टों पर यात्रियों को भारी परेशानी हुई।
- लंबे समय तक प्रतीक्षा
- बोर्डिंग गेट पर जानकारी का अभाव
- री-शेड्यूलिंग में दिक्कतें
- टिकट कैंसिलेशन और रिफंड की समस्या
यात्रियों ने सोशल मीडिया पर एयरलाइन की कार्यशैली पर सवाल उठाए।
अब आगे क्या ?
DGCA की पूछताछ और बाहरी विशेषज्ञों की जांच रिपोर्ट के बाद IndiGo से कड़े सुधारात्मक कदम लेने की उम्मीद है। एयरलाइन भी चाहती है कि दिसंबर संकट जैसे हालात दोबारा न उत्पन्न हों। इस पूरे घटनाक्रम पर आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।