
प्रकाश मेहरा
उत्तराखंड डेस्क
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में स्थित खटीमा में 13 दिसंबर को अशांति और हिंसा की घटना हुई। इसका मुख्य कारण एक युवक की हत्या से उपजा आक्रोश था। 12 दिसंबर की देर रात खटीमा के रोडवेज बस अड्डे के पास पुरानी रंजिश के चलते दो गुटों में झड़प हुई। इस दौरान चाकूबाजी हुई, जिसमें 24 वर्षीय तुषार शर्मा (ट्रांसपोर्ट कंपनी में कार्यरत, हाल ही में शादीशुदा) की मौके पर ही मौत हो गई। दो अन्य युवक—सलमान और अभय—गंभीर रूप से घायल हो गए (सलमान की हालत नाजुक बताई जा रही है)। हमलावर गोटिया इस्लामनगर के कुछ युवक बताए जा रहे हैं, जो घटना के बाद फरार हो गए।
हिंसा और आगजनी
तुषार की मौत की खबर फैलते ही परिजनों और स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा भड़क उठा। 13 दिसंबर को आक्रोशित भीड़ ने रोडवेज परिसर में स्थित हमलावरों की दुकान में आग लगा दी। कुछ अन्य दुकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं सहित लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।पुलिस की कार्रवाईस्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने धारा 163 (राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम) लागू की। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया।
क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात
पुलिस ने हमलावरों की तलाश शुरू कर दी है और क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। फिलहाल तनाव बना हुआ है, लेकिन बड़े स्तर पर हिंसा की आगे की घटनाएं नहीं रिपोर्ट हुईं। यह घटना व्यक्तिगत रंजिश से शुरू हुई, लेकिन मौत के बाद सामुदायिक तनाव में बदल गई। प्रशासन ने अपील की है कि “लोग शांति बनाए रखें और अफवाहों से बचें।पुलिस जांच कर रही है और जल्द गिरफ्तारियां होने की उम्मीद है।