इंसान का जीवन बाधाओं और संकट से भरा हुआ है। हर दिन इंसान एक नए संघर्ष से लड़ता रहता है, उसे समझ ही नहीं आता उसके साथ क्या हो रहा है, और यह माना भी जाता है कि इंसान को हर तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, परंतु किसी भी इंसान की स्थिति तब खराब होती है जब वह हर कार्य में असफल होने लगता है। उसका जीवन तब नर्क बनना शुरू होता है जब उसे लगता है कि वह पूरी तरह से हार गया है। इस स्थिति में यह प्रतीत होता है कि हमारा व्यवसाय, करियर, रिश्ते सब व्यर्थ हैं क्योंकि इस स्थिति में सब कुछ खराब लगता है। वैदिक ज्योतिषी के दृष्टि से देखा जाए तो इस अवस्था को पितृ दोष कहा जाता है। यदि आपके साथ ऐसी स्थिति बन रही है तो आपको बिना विलंभ किसी अच्छे गुरु या एस्ट्रोलॉजर से पितृ दोष की जानकारी लेनी चाहिए और उपाय करने चाहिए।
पितृ दोष कैसे लगता है?
यदि अपने माता-पिता को आप मान सम्मान नहीं देते हैं, और उनकी इच्छा पूरी हुए बिना ही उनकी मृत्यु हो जाए और उनके मृत्यु के बाद विधि-विधान द्वारा उनका अंतिम संस्कार ना किया जाए और पिण्डदान ना किया जाए, तो आपके पूरे परिवार पर पितृ दोष लग जाता है। और यह दोष सिर्फ एक पीढ़ी तक नहीं रहता, यह पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है। पितृ दोष लगने पर आप किसी कार्य में सफल नहीं हो पाते हैं। और आपके सारे बनते हुए कार्य भी बिगड़ने लगते हैं। आपसी रिश्ते खराब होने लगते हैं यदि यह सारे कार्य आपके साथ हो रहे हैं, तो इसे पितृ दोष ही कहा जाता है आपको सरल भाषा में बताया गया है कि पितृ दोष कैसे लगता है।
पितृ दोष के प्रभाव
पितृ दोष कुछ ग्रहों के कमजोर होने से भी बनता है। पितृ दोष से घर बहुत ज्यादा परेशानियों से भर जाता है, और घरों में अशांति का वास होता है। धन की कमी होने लगती है, बच्चे बड़ों का सम्मान नहीं करते हैं, इंसान के अंदर धीरे-धीरे छल-कपट आने लगता, इंसान अच्छे-बुरे की पहचान करना भूल जाता है। कई बार मनुष्य के कुंडली में ऐसे दोष बन जाते हैं जिससे जीवन की राह मैं अंधेरा छा जाता है बच्चे हों या बड़े सबके अंदर अहंकार भर जाता है इसके प्रभाव घर परिवार बर्बाद हो जाते हैं घर की खुशियां, धन, संपत्ति सब बर्बाद हो जाता है।
पितृ दोष के उपाय
यदि आपके परिवार पर भी चल रहा है पितृ दोष, तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे उपाय जिसको करके आप अपने घर और परिवार से पितृ दोष जल्द से जल्द हटा सकते हैं।
1- पितृ दोष शांति के लिए पितृ पक्ष में रोजाना घर में शाम के समय दक्षिण दिशा में शुद्ध सरसों के तेल का दीपक जलाए, इससे आपके पूर्वज प्रसन्न होते हैं।
2 – आपके घर के आस पास जो भी पीपल का पेड़ दिखे, उसमें प्रतिदिन जल चढ़ना चाहिए।
3 – अमावस्या और पितृ पक्ष में आपको पिण्डदान, श्राद्ध आदि करते रहना चाहिए, इससे भी आपके पूर्वज प्रसन्न होते हैं।
4 – अपने पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए गरीबों में दान, पुण्य करते रहना चाहिए, इससे भी पूर्वज प्रसन्न होते हैं।
