Written by –Sakshi Srivastava

दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास को PWD ने सील कर दिया है, जिससे राजनीतिक हलचल बढ़ गई है। AAP ने आरोप लगाया है कि सीलिंग के दौरान मुख्यमंत्री आतिशी का सामान बाहर फेंका गया है। पार्टी ने इसे “गैरकानूनी” और “प्रतिशोधात्मक कार्रवाई” करार दिया है। इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी और विरोध प्रदर्शन की आशंका जताई जा रही है।
दिल्ली का मुख्यमंत्री आवास एक बार फिर विवादों में है। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सीएम आवास को अवैध उपयोग के आरोप में सील कर दिया है। मुख्यमंत्री आतिशी के कार्यालय ने इसे ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है। AAP ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर भाजपा के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया और कहा कि मुख्यमंत्री का सामान भी बाहर फेंका गया। उपराज्यपाल कार्यालय ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए स्पष्ट किया कि शीश महल सीएम आवास नहीं है। यह मामला राजनीतिक तकरार को और बढ़ा सकता है।
दिल्ली सरकार के PWD विभाग ने बुधवार को मुख्यमंत्री आवास को सील कर दिया, जिसका कारण हैंडओवर की प्रक्रिया का पालन न करना बताया गया है। इस मामले में दिल्ली के विजिलेंस विभाग ने PWD के दो सेक्शन ऑफिसर और अरविंद केजरीवाल के पूर्व स्पेशल सेक्रेटरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। यह कदम राजनीतिक विवाद को और बढ़ा सकता है, खासकर AAP के आरोपों के बीच कि यह कार्रवाई प्रतिशोधात्मक है।
आप ने LG पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया।
AAP ने उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना पर भाजपा के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक प्रतिशोध का परिणाम है और इसका उद्देश्य मुख्यमंत्री आतिशी को कमजोर करना है। इस स्थिति ने दिल्ली में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है, जिससे दोनों पक्षों के बीच बयानबाजी तेज हो गई है।
AAP ने आरोप लगाया है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना भाजपा के किसी बड़े नेता को सीएम आवास आवंटित करने की तैयारी कर रहे हैं। पार्टी ने कहा कि भाजपा, जो 27 साल से दिल्ली में सत्ता से बाहर है, अब सीएम आवास पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है। इस दावे ने राजनीतिक माहौल को और गरम कर दिया है और AAP ने इसे सत्ता के लिए एक नई चाल बताया है।
इस मामले में क्या कहा उपराज्यपाल ने।
उपराज्यपाल कार्यालय ने मुख्यमंत्री आवास मामले में स्पष्ट किया है कि शीश महल को मुख्यमंत्री आवास नहीं माना जा सकता। उन्होंने सीलिंग के पीछे की प्रक्रिया और कारणों को सही ठहराया, यह बताते हुए कि नियमों का पालन नहीं किया गया था। उपराज्यपाल ने AAP के आरोपों को खारिज किया और इस कार्रवाई को वैध बताया। उपराज्यपाल कार्यालय ने स्पष्ट किया है कि सीएम आतिशी को अभी तक सीएम आवास आवंटित नहीं किया गया है, और उनका आधिकारिक आवास 17 AB मथुरा रोड है। बयान में कहा गया कि सीएम आतिशी ने बिना औपचारिक आवंटन के खुद अपना सामान उस घर में रखा और बाद में वहां से हटाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि बंगला विधिवत इन्वेंट्री तैयार करने के बाद तुरंत मुख्यमंत्री को आवंटित कर दिया जाएगा। यह स्पष्टिकरण AAP के आरोपों का जवाब देने के लिए था।
सीएम हाउस मामले में आप पर बरसी भाजपा।
भाजपा ने मुख्यमंत्री आवास को लेकर अरविंद केजरीवाल पर तीखे हमले किए हैं। पार्टी ने कहा कि केजरीवाल प्रशासन ने नियमों का उल्लंघन किया और अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार जनता के पैसे का गलत इस्तेमाल कर रही है और उनके कार्यकाल में पारदर्शिता की कमी है। इस विवाद को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है।
संजय सिंह भी पीछे नहीं मनमानी कर रही भाजपा।
संजय सिंह ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे मनमानी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई कर रही है और दिल्ली सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। सिंह ने इस मामले को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते हुए केंद्रीय सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उनका कहना है कि भाजपा अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए इस तरह की कार्रवाइयों का सहारा ले रही है।