Written by– Sakshi Srivastava
हाल ही में, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की रूस में मुलाकात होने वाली है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करना और वैश्विक मुद्दों पर सहयोग बढ़ाना है।
इस मुलाकात में दोनों नेता व्यापार, सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे। भारत और चीन, दोनों ही देशों की विश्व में महत्वपूर्ण भूमिका है, इसलिए यह बैठक वैश्विक स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रही है।
यह मुलाकात दोनों देशों के बीच संवाद को बढ़ावा देने और सामरिक सहयोग को मजबूत करने का एक सुनहरा अवसर है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक सम्मेलन में बताया कि ब्रिक्स (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) में शामिल होने की इच्छा रखने वाले 30 देशों ने अपनी रुचि जताई है। पुतिन ने इस बात पर जोर दिया कि ब्रिक्स का विस्तार वैश्विक दक्षिण के लिए महत्वपूर्ण है और यह आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने में मदद करेगा। उन्होंने कहा कि यह समूह वैश्विक स्तर पर अधिक संतुलित और बहु-ध्रुवीय व्यवस्था के लिए काम कर रहा है।ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान में हो रहा है, जहां पीएम मोदी ने मंगलवार को पहुंचकर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से द्विपक्षीय मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति के साथ भी वार्ता की। दोनों मुलाकातों में व्यापार, सुरक्षा और क्षेत्रीय सहयोग जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। पीएम मोदी का यह दौरा ब्रिक्स देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण है।