
जम्मू-कश्मीर में वक्फ अमेंडमेंट एक्ट को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. विपक्षी पार्टियां सत्तारूढ़ पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस पर हमलावर है. वक्फ कानून को लेकर जम्मू कश्मीर विधानसभा में जमकर बवाल हुआ. इसपर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने तंज करते हुए कहा था कि असेंबली में हुए नाटक से पता चलता है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस और भाजपा वक्फ संशोधन कानून पर एकमत हैं. अब इसपर उमर अब्दुल्ला ने पलटवार किया है. मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को विधानसभा में वक्फ अमेंडमेंट एक्ट को लेकर एनसी के विधायकों के प्रदर्शन का बचाव किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हाल में पारित इस कानून से केंद्र शासित प्रदेश के बहुसंख्यक लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया !
अब्दुल्ला ने अपोजिशन पार्टी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व पर भी निशाना साधा, जिन्होंने श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन (Tulip Garden) में सेंट्रल मिनिस्टर किरेन रिजिजू के साथ उनकी (उमर अब्दुल्ला) हालिया मुलाकात को लेकर उन पर निशाना साधा था. अब्दुल्ला ने कहा कि आलोचना करने वाले वही लोग हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की गोद में बैठ गए और जम्मू-कश्मीर को बर्बाद कर दिया. सीएम ने कहा, ‘सदन के ज्यादातर सदस्य वक्फ संशोधन अधिनियम से नाराज थे और सदन में अपनी बात रखना चाहते थे. दुर्भाग्य से उन्हें इस मामले पर अपनी बात रखने का मौका नहीं मिला.’ मुख्यमंत्री ने विधानसभा से बाहर आने के बाद कहा, ‘वे विधानसभा के भीतर मुस्लिम बहुल क्षेत्र की भावनाओं की अगुआई करना चाहते थे. लेकिन जो काम सदन के भीतर नहीं हो सकता, उसे हम सदन के बाहर करेंगे. संसद में पारित विधेयक ने जम्मू-कश्मीर के बहुसंख्यक लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।’