Written by- Sakshi Srivastava
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चल रहे विवाद के बीच एक और गीदड़भभकी दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के लिए भविष्य में किसी भी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट के लिए भारत की यात्रा करना संभव नहीं होगा। नकवी ने स्पष्ट किया कि जब तक भारत पाकिस्तान में अपनी क्रिकेट टीम भेजने से इंकार करता रहेगा, तब तक पाकिस्तान भी भारत यात्रा नहीं करेगा। उन्होंने इसे एक असमान स्थिति करार देते हुए इस मामले में पाकिस्तान की स्थिति को मजबूत बताया। इस बयान से यह संकेत मिलता है कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड भारत के साथ अपने रिश्तों को लेकर आक्रामक रुख अपनाए हुए है।
हाल ही में बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) को सूचित किया था कि वह पाकिस्तान में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अपनी टीम नहीं भेजेंगे। इसके बाद से इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का भविष्य असमंजस में आ गया है। बीसीसीआई के इस फैसले के बाद, चैंपियंस ट्रॉफी को किसी अन्य देश में आयोजित करने की संभावना पर भी चर्चा हो रही है। आईसीसी ने इस मामले में अंतिम निर्णय लेने के लिए शुक्रवार को अपने कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों की एक बैठक बुलाई है, जिससे टूर्नामेंट के भविष्य पर स्पष्टता मिलने की उम्मीद है।
इस बैठक से पहले, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने एक और आक्रामक बयान दिया। उन्होंने कहा, “यह संभव नहीं है कि हर बार पाकिस्तान हर टूर्नामेंट के लिए भारत जाकर खेलता रहे, जबकि भारतीय अधिकारी अपनी टीम को पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने से इनकार करते रहें।” नकवी बुधवार रात चैंपियंस ट्रॉफी के लिए गद्दाफी स्टेडियम में निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा, “हमारे यहां ऐसी असमान स्थिति नहीं हो सकती,” और इस मामले में पाकिस्तान की स्थिति को स्पष्ट किया। उनका यह बयान दर्शाता है कि पाकिस्तान इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाए हुए है, और वह भारत से समानता की मांग कर रहा है।
हालांकि, मोहसिन नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ‘हाइब्रिड’ मॉडल को लेकर अपना रुख बदल लिया है। पहले उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) कभी भी हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट कराने को स्वीकार नहीं करेगा। हाइब्रिड मॉडल में टूर्नामेंट के कुछ मैच एक देश में और बाकी अन्य मैच दूसरे देश में आयोजित किए जाते हैं। इस मॉडल के तहत पिछले साल एशिया कप खेला गया था, जिसमें भारत के मैच श्रीलंका में और बाकी मैच पाकिस्तान में खेले गए थे।
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर भी पहले यही प्रस्ताव था, लेकिन अब पाकिस्तान ने इस मॉडल को स्वीकार करने के संकेत दिए हैं, जबकि पहले इसके खिलाफ उनका रुख था। इस यू-टर्न के साथ, यह संकेत मिलते हैं कि पाकिस्तान अब इस विवाद को सुलझाने के लिए कुछ समझौते की ओर बढ़ सकता है, ताकि टूर्नामेंट का आयोजन संभव हो सके।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने कहा कि वह आश्वस्त हैं कि आगामी बैठक में अच्छे फैसले होंगे, जिन्हें पाकिस्तान के लोग स्वीकार करेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि पांच दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभालने वाले जय शाह विश्व क्रिकेट और सभी सदस्य बोर्डों के हित में निर्णय लेंगे। नकवी ने कहा, “जय शाह दिसंबर में कार्यभार संभालेंगे, और मुझे यकीन है कि जब वह बीसीसीआई से आईसीसी में जाएंगे, तो वह आईसीसी के लाभ के बारे में सोचेंगे, और यही उन्हें करना चाहिए।”
मोहसिन नकवी ने कहा, “जब भी कोई किसी महत्वपूर्ण भूमिका में होता है, तो उसे केवल उस संगठन के हितों को ध्यान में रखना चाहिए।” इस बयान के साथ, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि जय शाह को आईसीसी चेयरमैन के रूप में केवल आईसीसी के लाभ को प्राथमिकता देनी चाहिए।
इसके अलावा, कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार पाकिस्तान को हाइब्रिड मॉडल को स्वीकार करने के लिए अतिरिक्त वित्तीय प्रोत्साहन की पेशकश की गई थी, लेकिन नकवी ने इस पर अपनी स्थिति को स्पष्ट किया और कहा कि पाकिस्तान इस प्रस्ताव पर अड़ा हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि आईसीसी की बैठक के परिणाम और ऐसे सभी फैसलों के बारे में पाकिस्तान सरकार को सूचित किया जाएगा, जो अंतिम निर्णय लेगी।