
क्राइम डेस्क
दिल्ली के द्वारका के उत्तम नगर इलाके में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है, जहां 36 वर्षीय करण देव की हत्या उसकी पत्नी सुष्मिता और चचेरे देवर राहुल ने मिलकर की। इस मामले का पर्दाफाश इंस्टाग्राम और व्हाट्सएप चैट्स के जरिए हुआ, जिसमें हत्या की साजिश और दोनों के बीच दो साल से चल रहे प्रेम संबंध का राज खुला।
“अगर दवा असर नहीं कर रही, तो करंट दे दो”
12 जुलाई की रात को सुष्मिता ने करण के खाने में 15-25 नींद की गोलियां मिलाईं। जब दवाओं का असर नहीं हुआ, तो उसने राहुल से संपर्क किया। चैट में सुष्मिता ने लिखा, “तीन घंटे हो गए, न उल्टी हुई, न पॉटी, न मौत। अब क्या करें?” राहुल ने जवाब दिया, “अगर दवा असर नहीं कर रही, तो करंट दे दो।” इसके बाद दोनों ने मिलकर करण को बिजली का झटका देकर मार डाला।
13 जुलाई को करण को माता रूप रानी मग्गो अस्पताल में लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शुरुआत में इसे बिजली के झटके से हुई दुर्घटना माना गया।
कब हुआ साजिश का खुलासा ?
करण के छोटे भाई कुनाल को सुष्मिता और राहुल के बीच चैट्स मिले, जिनमें हत्या की पूरी योजना का जिक्र था। कुनाल ने 16 जुलाई को इन चैट्स का वीडियो पुलिस को सौंपा। चैट में सुष्मिता ने राहुल से पूछा, “शॉक देने के लिए उसे कैसे बांधूं?” राहुल ने जवाब दिया, “टेप से।” सुष्मिता ने कहा, “वह बहुत धीरे सांस ले रहा है,” और राहुल ने सुझाव दिया, “जितनी दवाइयां हैं, उसे दे दो।”
पुलिस ने चैट्स और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की। पोस्टमॉर्टम में करण के खून में नींद की गोलियों की अत्यधिक मात्रा पाई गई, जिसने हत्या की पुष्टि की।
हत्या का मकसद
सुष्मिता और राहुल के बीच दो साल से प्रेम संबंध था। सुष्मिता ने पूछताछ में बताया कि करण उसे अक्सर गालियां देता था, करवाचौथ से एक दिन पहले उसे थप्पड़ मारा था और पैसे मांगता था, जिससे वह मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान थी। परिवार के मुताबिक, दोनों ने करण की हत्या इसलिए की ताकि वे साथ रह सकें और उसकी संपत्ति हड़प सकें।
द्वारका पुलिस ने सुष्मिता और राहुल को गिरफ्तार कर लिया। भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। डीसीपी अंकित सिंह ने बताया कि जांच जारी है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। कुछ रिपोर्ट्स में राहुल के पिता की भी संलिप्तता का जिक्र है, जो पोस्टमॉर्टम टालने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में लिया है।
रिश्तों में विश्वासघात और अपराध की क्रूरता
इस घटना ने रिश्तों में विश्वासघात और अपराध की क्रूरता को उजागर किया है। सोशल मीडिया पर लोग इस साजिश को “रिश्तों की हत्या” करार दे रहे हैं। यह मामला दिल्ली में हाल के दिनों में पत्नी द्वारा प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या के कई अन्य मामलों की याद दिलाता है, जैसे मेरठ और बरेली के मामले। यह खौफनाक घटना न केवल एक हत्या की कहानी है, बल्कि रिश्तों में विश्वास और प्रेम के दुरुपयोग का भी उदाहरण है। पुलिस अभी मामले की गहराई से जांच कर रही है।