
पौराणिकता, आस्था और अध्यात्म की त्रिवेणी माने जाने वाले शुक्रताल को अब वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए युवा उद्यमी आशीष सिंह रुद्रा ने प्रसिद्ध भागवत कथाव्यास अचल कृष्ण शास्त्री से विशेष भेंट की।
इस मुलाकात का उद्देश्य न केवल शुक्रताल की आध्यात्मिक विरासत को मजबूत करना है, बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना पर भी गहराई से विमर्श किया गया।
योगी आदित्यनाथ भी कर चुके है कई दौरे
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कई बार शुक्रताल का दौरा कर चुके हैं और इस पावन भूमि के प्रति अपनी गहन आस्था प्रकट कर चुके हैं। हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा भी पूज्य श्री स्वामी कल्याणदेव जी महाराज की पुण्यतिथि पर उपस्थिति दर्ज कराई गई, जिससे क्षेत्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता और अधिक सशक्त हुई है।
आशीष सिंह रुद्रा ने कहा, “शुक्रताल वह भूमि है जहाँ शुकदेव जी ने राजा परीक्षित को श्रीमद्भागवत की अमर कथा सुनाई थी। इस भूमि में एक विशेष ऊर्जा है, जिसे दुनिया तक पहुँचाना अब हमारा उद्देश्य है। मुख्यमंत्री योगी जी की प्रेरणा और मार्गदर्शन से हम इस दिशा में ठोस प्रयास कर रहे हैं।”
अचल कृष्ण शास्त्री ने भी इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यदि युवा वर्ग आस्था और संस्कृति को पुनर्जीवित करने की दिशा में आगे आता है, तो भारत की आध्यात्मिक नींव और भी मजबूत होगी। उन्होंने शुक्रताल के आध्यात्मिक उत्थान और विश्व स्तर पर प्रचार-प्रसार के लिए हर संभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया।