
शुक्रवार 25 जुलाई, को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जब वे लगातार 4,078 दिनों तक पद पर रहकर भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक लगातार सेवा करने वाले प्रधानमंत्री बन गए। इस उपलब्धि के साथ, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 24 जनवरी, 1966 से 24 मार्च, 1977 तक लगातार 4,077 दिनों तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया था।
लगातार कार्यकाल का रिकॉर्ड
नरेंद्र मोदी ने 26 मई, 2014 को पहली बार प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी और 2024 में तीसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ अब तक 11 वर्ष और 60 दिन तक पद पर हैं। इंदिरा गांधी का लगातार कार्यकाल (1966-1977) 11 वर्ष और 59 दिन का था। सबसे लंबे समय तक लगातार सेवा करने का रिकॉर्ड जवाहरलाल नेहरू के पास है, जिन्होंने 15 अगस्त, 1947 से 27 मई, 1964 तक 16 वर्ष और 286 दिन (6,130 दिन) तक प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
प्रथम गैर-कांग्रेसी उपलब्धि
नरेंद्र मोदी पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने यह रिकॉर्ड बनाया। वे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी हैं। मोदी पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री हैं जो भारत की स्वतंत्रता (1947) के बाद जन्मे हैं। वे गैर-हिंदी भाषी राज्य (गुजरात) से सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री हैं।
लगातार छह चुनावी जीत
मोदी ने गुजरात में तीन विधानसभा चुनाव (2002, 2007, 2012) और राष्ट्रीय स्तर पर तीन लोकसभा चुनाव (2014, 2019, 2024) जीतकर छह लगातार चुनावों में अपनी पार्टी का नेतृत्व किया, जो एक अनोखा रिकॉर्ड है।
पूर्ण बहुमत के साथ पुनः निर्वाचन
वे इंदिरा गांधी (1971) के बाद पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्हें पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा चुना गया (2019)। वे एकमात्र गैर-कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने लोकसभा में अपनी पार्टी के लिए पूर्ण बहुमत हासिल किया।
मोदी की राजनीतिक यात्रा
नरेंद्र मोदी का जन्म गुजरात के वडनगर में एक साधारण परिवार में हुआ था। उन्होंने अपने पिता के साथ रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में मदद की थी। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और बाद में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के माध्यम से राजनीति में उभरे। 2001 से 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने के बाद, उन्होंने 2014 में राष्ट्रीय स्तर पर BJP को भारी बहुमत दिलाया। उनकी सरकार ने GST, मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत, आर्टिकल 370 की समाप्ति, ट्रिपल तलाक का उन्मूलन, और राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण जैसे बड़े सुधार और निर्णय लागू किए।
पीएम मोदी को अंतरराष्ट्रीय सम्मान
मोदी को कई देशों से सर्वोच्च सम्मान प्राप्त हुए हैं, जिनमें रूस, फलस्तीनी, यूएई, मालदीव, बहरीन, भूटान, फिजी, मिस्र, फ्रांस, और ग्रीस शामिल हैं। उन्हें सियोल पीस प्राइज़ (2018), ग्लोबल गोलकीपर अवार्ड (बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन), और ग्लोबल एनर्जी एंड एनवायरनमेंट लीडरशिप अवार्ड जैसे पुरस्कार भी मिले हैं। उनकी पहल पर संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा की।
25 जुलाई, को यह रिकॉर्ड बनने के समय, पीएम मोदी यूनाइटेड किंगडम और मालदीव की यात्रा पर थे। उनकी सरकार का ध्यान आर्थिक विकास, राष्ट्रीय सुरक्षा, सामाजिक कल्याण, तकनीकी नवाचार, और बुनियादी ढांचे के विकास पर केंद्रित है।
इंदिरा गांधी के कार्यकाल की तुलना
इंदिरा गांधी ने दो कार्यकालों में कुल 15 वर्ष और 350 दिन तक प्रधानमंत्री के रूप में सेवा की (1966-1977 और 1980-1984)। उनके पहले कार्यकाल (1966-1977) में बैंक राष्ट्रीयकरण, 1971 का भारत-पाक युद्ध, बांग्लादेश का निर्माण, और 1975 में आपातकाल जैसे महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं। हालांकि, लगातार कार्यकाल के मामले में मोदी ने उनके रिकॉर्ड को तोड़ दिया है, लेकिन कुल कार्यकाल (गैर-लगातार) में इंदिरा गांधी अभी भी उनसे आगे हैं।
नरेंद्र मोदी का यह रिकॉर्ड उनकी लंबी और प्रभावशाली राजनीतिक यात्रा का प्रतीक है। वे न केवल भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक लगातार सेवा करने वाले प्रधानमंत्री बने हैं, बल्कि कई अन्य ऐतिहासिक उपलब्धियों के साथ भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी नीतियों और नेतृत्व ने भारत को वैश्विक मंच पर एक मजबूत स्थिति दिलाई है, और उनकी सरकार का ध्यान समावेशी विकास और सुशासन पर बना हुआ है।