
स्पोर्ट्स डेस्क
मैनचेस्टर टेस्ट (भारत बनाम इंग्लैंड, चौथा टेस्ट, 27 जुलाई) के पांचवें और अंतिम दिन का खेल आज निर्णायक है। भारत ने चौथे दिन की समाप्ति तक दूसरी पारी में 2 विकेट खोकर 174 रन बना लिए हैं, लेकिन इंग्लैंड की पहली पारी की 669 रनों की विशाल बढ़त के कारण भारत अभी भी 137 रन पीछे है। केएल राहुल (87* रन, 210 गेंद, 8 चौके) और शुभमन गिल (78* रन, 167 गेंद, 10 चौके) की नाबाद 174 रनों की साझेदारी ने भारत को मैच में बनाए रखा है।
आज की स्थिति और चुनौतियां
भारत के सामने लक्ष्य है कम से कम मैच को ड्रॉ कराना, क्योंकि इंग्लैंड 2-1 से सीरीज में आगे है। गिल और राहुल को अपनी साझेदारी को लंबा खींचना होगा, ताकि भारत हार से बचे और सीरीज को बराबरी पर लाने का मौका बनाए रखे। इंग्लैंड को जीत के लिए भारत के बाकी 8 विकेट चाहिए। उनके स्पिनर जो रूट और लियाम डॉसन ने चौथे दिन कसी हुई गेंदबाजी की, लेकिन विकेट नहीं निकाल सके। आज तेज गेंदबाजों के साथ-साथ स्पिन पर भी निर्भरता होगी। मैनचेस्टर में बारिश की संभावना है, जो भारत के लिए फायदेमंद हो सकती है। यदि बारिश के कारण खेल रुका, तो ड्रॉ की संभावना बढ़ जाएगी।
प्रमुख खिलाड़ियों पर जिम्मेदारी शुभमन गिल
कप्तान गिल ने दूसरी पारी में संयम और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण दिखाया है। उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी पर भारत की उम्मीदें टिकी हैं। हालांकि, उनकी हालिया रणनीतियों पर सवाल उठे हैं, जैसे कुछ खिलाड़ियों का चयन और मैदानी फैसले। राहुल ने धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी के साथ भारत को संकट से उबारा है। उनकी तकनीक और अनुभव आज निर्णायक होंगे। यदि गिल या राहुल का विकेट गिरता है, तो पंत और सुदर्शन पर मध्यक्रम को संभालने की जिम्मेदारी होगी। पंत की आक्रामक शैली भारत को तेजी से रन बनाने में मदद कर सकती है।
इंग्लैंड की पहली पारी: 669 रन, जिसमें जो रूट और बेन स्टोक्स जैसे बल्लेबाजों ने अहम योगदान दिया। भारत की पहली पारी: 358 रन (साई सुदर्शन 61, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत ने अर्धशतक)। भारत 311 रन पीछे रहा।
भारत की दूसरी पारी
63 ओवर में 174/2, गिल और राहुल नाबाद। यह साझेदारी टेस्ट इतिहास में तीसरी बार और 21वीं सदी में पहली बार इतनी लंबी चली है। भारत को चोटों का सामना करना पड़ा है। आकाश दीप, नितीश रेड्डी, और अर्शदीप सिंह बाहर हैं, जबकि अंशुल कंबोज को डेब्यू का मौका मिल सकता है।
आज क्या हो सकता है ?
- यदि गिल और राहुल सुबह के सत्र में विकेट बचाए रखते हैं, तो भारत ड्रॉ की ओर बढ़ सकता है।
- इंग्लैंड की गेंदबाजी, खासकर बेन स्टोक्स और लियाम डॉसन, शुरुआती विकेट लेने की कोशिश करेंगे।
- मौसम की भूमिका अहम होगी। बारिश ने पहले भी मैनचेस्टर में टेस्ट मैचों को प्रभावित किया है।
गिल और राहुल की बल्लेबाजी
मैनचेस्टर का ओल्ड ट्रैफर्ड भारत के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। भारत ने यहां 9 टेस्ट खेले, जिसमें 4 हार और 5 ड्रॉ रहे। कोई जीत नहीं मिली। हालांकि, सचिन तेंदुलकर ने 1990 में यहीं अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था।
आज का दिन गिल और राहुल की बल्लेबाजी, भारतीय गेंदबाजों की रणनीति, और मौसम पर निर्भर करेगा। भारत के लिए ड्रॉ सीरीज को जिंदा रखने का मौका देगा, जबकि इंग्लैंड जीत के साथ सीरीज अपने नाम करना चाहेगा। खेल थोड़ी देर में शुरू होगा, और क्रिकेट प्रशंसकों की नजरें इस रोमांचक मुकाबले पर टिकी हैं।