
स्पेशल डेस्क
वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या ने उनके हृदय को दुख से भर दिया था। इस हमले में आतंकियों ने लोगों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया, जिसका मकसद देश में सांप्रदायिक तनाव फैलाना था। पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने बाबा विश्वनाथ से पीड़ित परिवारों को दुख सहने की शक्ति देने और बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का वचन लिया था, जो ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पूरा हुआ। उन्होंने इस ऑपरेशन की सफलता को बाबा महादेव के आशीर्वाद से संभव बताया और इसे उनके चरणों में समर्पित किया।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6-7 मई को शुरू किया गया एक सटीक सैन्य अभियान था, जिसका उद्देश्य पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के सात शहरों में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के बहावलपुर और मुरिदके स्थित मुख्यालय शामिल थे। इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए। पीएम मोदी ने संसद में बताया कि इस ऑपरेशन ने 22 मिनट में 22 अप्रैल के हमले का बदला ले लिया, जिससे पाकिस्तान के परमाणु ब्लैकमेल की रणनीति को भी बेनकाब किया गया।
संसद में चर्चा और विपक्ष पर निशाना
पीएम मोदी ने 29 जुलाई को लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान विपक्ष, खासकर कांग्रेस, पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की नई रणनीतिक क्षमता को प्रदर्शित किया और यह साबित किया कि भारत अब अपनी शर्तों पर जवाब देगा। उन्होंने कांग्रेस पर आतंकी हमलों को लेकर पाकिस्तान को क्लीन चिट देने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष ने सेना के पराक्रम को समर्थन देने के बजाय बयानबाजी की। पीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि सीजफायर का फैसला 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ की गुहार के बाद भारत की शर्तों पर हुआ, न कि किसी वैश्विक नेता के हस्तक्षेप से।
विकास परियोजनाएं और किसान सम्मान निधि
वाराणसी दौरे के दौरान पीएम मोदी ने 2,200 करोड़ रुपये की 52 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिसमें बुनियादी ढांचा, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल थे। उन्होंने 9.7 करोड़ किसानों के लिए पीएम-किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त (20,500 करोड़ रुपये) भी जारी की। पीएम ने कहा कि उनकी सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और बीजेपी जो वादा करती है, उसे पूरा करती है।
राष्ट्रीय एकता और भविष्य की रणनीति
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को 140 करोड़ भारतीयों की एकता का प्रतीक बताया और कहा कि इसने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। उन्होंने सिंधु जल समझौते को स्थगन में डालने के फैसले का भी जिक्र किया, इसे भारत के हित में बताया और कहा कि “खून और पानी साथ नहीं बह सकते।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकी हमलों का जवाब अपनी शर्तों पर देगा और आतंकवादियों व उनके समर्थकों को अलग-अलग नहीं माना जाएगा।
पीएम मोदी ने वाराणसी में अपने संबोधन में ऑपरेशन सिंदूर को न केवल एक सैन्य सफलता, बल्कि राष्ट्रीय एकता और बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद का प्रतीक बताया। यह ऑपरेशन पहलगाम हमले का बदला लेने के साथ-साथ भारत की नई रणनीतिक ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है।
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