
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को एनडीए संसदीय दल की बैठक में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर बहस की मांग करके खुद अपने पैर पर पत्थर मारा, जिससे उनकी फजीहत हुई। पीएम ने इसे “आ बैल मुझे मार” वाली स्थिति करार देते हुए विपक्ष को रोज ऐसी बहस कराने की चुनौती दी।
ऑपरेशन सिंदूर का बैकग्राउंड
ऑपरेशन सिंदूर 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। यह ऑपरेशन भारत की नई रणनीतिक और आत्मनिर्भर रक्षा नीति का प्रतीक बताया गया। पीएम मोदी ने 29 जुलाई 2025 को लोकसभा में अपने 100 मिनट के भाषण में इसकी पांच प्रमुख उपलब्धियों का जिक्र किया, जिसमें 9 आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले और 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराना शामिल था। उन्होंने कहा कि यह केवल जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास और तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन था।
विपक्ष पर पीएम का हमला
पीएम ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह पाकिस्तान के प्रचार को बढ़ावा दे रही है और ऑपरेशन सिंदूर को “तमाशा” कहकर 26 मृतकों के घावों पर तेजाब छिड़क रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का यह रवैया देश के सुरक्षाबलों का मनोबल गिराता है।
राहुल गांधी पर निशाना
राहुल गांधी के दावे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्ध रुकवाया, को खारिज करते हुए पीएम ने कहा कि किसी भी वैश्विक नेता ने ऑपरेशन को रोकने की बात नहीं की। उन्होंने खुलासा किया कि 9 मई को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन वह सेना के साथ बैठक में व्यस्त थे।
सिंधु जल समझौता
पीएम ने कांग्रेस पर सिंधु जल समझौते को लेकर भी हमला बोला, इसे देश के खिलाफ बताया और कहा कि इसने किसानों को नुकसान पहुंचाया। अब भारत ने इसे स्थगित कर दिया है, क्योंकि “खून और पानी साथ नहीं बह सकते।” पीएम ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वह “आत्मनिर्भर” शब्द का मजाक उड़ाती है और पहले हर रक्षा सौदे में अपने लिए मौके तलाशती थी।
ऑपरेशन की सफलता और वैश्विक समर्थन
पीएम ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने 100% लक्ष्य हासिल किए, जिसमें पाकिस्तान के कई एयरबेस को नष्ट करना शामिल था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से युद्धविराम की गुहार लगाई थी, क्योंकि “उनके पास और मार झेलने की ताकत नहीं थी।”
भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के 1,000 से अधिक मिसाइलों और ड्रोनों को नष्ट किया, जो “मेक इन इंडिया” की ताकत का सबूत था। 193 देशों में से केवल 3 ने पाकिस्तान का समर्थन किया, बाकी दुनिया ने भारत का साथ दिया।
विपक्ष के आरोप और जवाब
राहुल ने कहा कि “पीएम ने अपने भाषण में चीन का जिक्र नहीं किया, जबकि सभी जानते हैं कि चीन ने पाकिस्तान की मदद की। उन्होंने 5 विमानों के नुकसान के लिए राजनीतिक नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया।
गौरव गोगोई ने कहा कि “ऑपरेशन का श्रेय सेना और सरकार को जाता है, न कि किसी एक नेता को। प्रणीति शिंदे के “तमाशा” बयान को बाद में हटा लिया गया।
विपक्ष को पीएम का जवाब
पीएम ने कहा कि “ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी है और पाकिस्तान को कोई भी दुस्साहस महंगा पड़ेगा। उन्होंने विपक्ष को चुनौती दी कि वह सेना के तथ्यों पर भरोसा करे, न कि पाकिस्तानी प्रचार पर।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को भारत की नई रणनीतिक ताकत और आतंकवाद विरोधी नीति का प्रतीक बताया। उन्होंने विपक्ष पर देश का मनोबल गिराने और पाकिस्तान के झूठे प्रचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। साथ ही, उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब अपनी शर्तों पर जवाब देगा, और ऑपरेशन सिंदूर इसका जीता-जागता उदाहरण है।