
स्पेशल डेस्क
15 अगस्त को भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से 103 मिनट का ऐतिहासिक भाषण दिया, जो उनका अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस संबोधन था। इस भाषण में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक विकास, आत्मनिर्भरता, और सामाजिक प्रगति जैसे मुद्दों पर जोर दिया। आइये उनके भाषण की सात प्रमुख बातें विस्तार में एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा की इस विशेष रिपोर्ट से समझते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर गर्व जताते हुए भारतीय सेना को खुली छूट देने की बात कही। उन्होंने 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया, जिसमें आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों की हत्या की थी। इस हमले के जवाब में भारतीय सेना ने दुश्मन की धरती पर सैकड़ों किलोमीटर अंदर जाकर आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, जिससे “पाकिस्तान की नींद उड़ गई।”
मोदी ने कहा कि भारत अब आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने इसे “न्यू नॉर्मल” बताया, जिसमें आतंकियों और उनके समर्थकों को एक समान माना जाएगा। सेना को रणनीति, समय, और लक्ष्य चुनने की पूरी आजादी दी गई है।
सिंधु जल समझौता
खून और पानी एक साथ नहीं बहेगामुख्य बिंदु: पीएम ने सिंधु जल समझौते को एकतरफा और अन्यायपूर्ण करार देते हुए कहा कि भारत के पानी पर पहला हक भारतीय किसानों का है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत अब इस समझौते के मौजूदा स्वरूप को स्वीकार नहीं करेगा, क्योंकि यह पिछले सात दशकों से भारतीय किसानों का नुकसान कर रहा है। यह रुख राष्ट्रीय हित और किसानों की समृद्धि को प्राथमिकता देता है।
प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना
मोदी ने 1 लाख करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना की शुरुआत की, जिसके तहत निजी क्षेत्र में पहली नौकरी पाने वाले युवाओं को 15,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना से लगभग 3.5 करोड़ युवाओं को रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है। साथ ही, अधिक रोजगार सृजन करने वाली कंपनियों को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा। यह कदम युवा सशक्तिकरण और आर्थिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है।
आत्मनिर्भर भारत और मेड इन इंडिया
पीएम ने आत्मनिर्भर भारत के विजन को दोहराते हुए मेड इन इंडिया सेमीकंडक्टर चिप्स की घोषणा की, जो 2025 के अंत तक बाजार में उपलब्ध होंगे। उन्होंने बताया कि छह सेमीकंडक्टर निर्माण इकाइयां पहले से सक्रिय हैं और चार नई इकाइयों को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा, आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल जैसे स्वदेशी रक्षा उपकरणों का उपयोग ऑपरेशन सिंदूर में किया गया, जो आत्मनिर्भरता की सफलता का प्रतीक है।
स्वच्छ ऊर्जा और ऊर्जा आत्मनिर्भरता
भारत ने 2030 के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्य का 50% हिस्सा 2025 में ही हासिल कर लिया है। पीएम ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में सौर ऊर्जा 30 गुना बढ़ी है, हाइड्रोपावर और ग्रीन हाइड्रोजन में निवेश हो रहा है, और 10 नए परमाणु रिएक्टर कार्यरत हैं। 2047 तक परमाणु ऊर्जा क्षमता को 10 गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही, समुद्र मंथन मिशन के तहत समुद्र में तेल और गैस भंडार की खोज जारी है।
जीएसटी सुधार और आर्थिक मजबूती
पीएम ने नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी सुधार की घोषणा की, जो इस दिवाली तक लागू होंगे। इन सुधारों से रोजमर्रा की वस्तुएं सस्ती होंगी, और MSME सेक्टर को विशेष लाभ मिलेगा। यह कदम महंगाई नियंत्रण और आर्थिक मजबूती की दिशा में महत्वपूर्ण है। पीएम ने कहा कि यह “डबल दिवाली” का तोहफा होगा।
हाईपावर्ड डेमोग्राफी मिशन और घुसपैठ पर चेतावनी
पीएम ने घुस Staffordपैठ को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया और इसके खिलाफ हाईपावर्ड डेमोग्राफी मिशन शुरू करने की घोषणा की।उन्होंने कहा कि घुसपैठिए आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, युवाओं की रोजी छीन रहे हैं, और महिलाओं को निशाना बना रहे हैं। इस मिशन के तहत जनसांख्यिकीय बदलावों से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
संविधान और एकता
पीएम ने संविधान को प्रकाश स्तंभ बताया और धारा 370 हटाने को “एक देश, एक संविधान” का प्रतीक करार दिया। नक्सलवाद को 125 जिलों से घटाकर 20 जिलों तक सीमित करने की उपलब्धि का जिक्र किया। महिला सशक्तिकरण में नमो ड्रोन दीदी और 2 करोड़ लखपति दीदी की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। मोटापे पर चिंता में मोटापे को राष्ट्रीय चुनौती बताते हुए खाद्य तेल की खपत 10% कम करने की अपील की।
सुदर्शन चक्र मिशन
स्वदेशी और प्रिसिजन-आधारित रक्षा प्रणाली की घोषणा, जो 2035 तक सभी सामरिक केंद्रों को तकनीकी सुरक्षा कवच से लैस करेगी।प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, और आर्थिक विकास पर केंद्रित था। ऑपरेशन सिंदूर और सिंधु जल समझौते पर सख्त रुख ने भारत की कूटनीतिक और सैन्य दृढ़ता को रेखांकित किया, जबकि रोजगार योजना और जीएसटी सुधार जैसे कदम आर्थिक प्रगति की दिशा में महत्वपूर्ण हैं। यह भाषण 2047 तक विकसित भारत के विजन को मजबूत करने वाला था, जिसमें युवा, किसान, और महिलाएं केंद्र में हैं।
देखिए पूरी रिपोर्ट क्या बोले पीएम मोदी