
दिल्ली डेस्क
नई दिल्ली:- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त (बुधवार) को उनके सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर साप्ताहिक ‘जनसुनवाई’ के दौरान एक युवक द्वारा हमला किया गया। इस घटना ने दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कब और कहाँ हुई घटना ?
20 अगस्त को सुबह, सिविल लाइंस स्थित मुख्यमंत्री आवास पर जनसुनवाई के दौरान। एक युवक, जो शिकायती कागज लेकर मुख्यमंत्री के पास पहुंचा, ने अचानक रेखा गुप्ता पर हमला किया। उसने पहले उनका हाथ खींचा, फिर थप्पड़ मारने की कोशिश की। कुछ सूत्रों के अनुसार, उसने पत्थर फेंकने का भी प्रयास किया, जो असफल रहा। धक्का-मुक्की में मुख्यमंत्री का सिर टेबल या कुर्सी के कोने से टकराया, जिससे उन्हें हल्की चोट आई।
हमलावर की पहचान गुजरात के राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेश भाई खिमजी भाई सकरिया के रूप में हुई। वह पशु प्रेमी बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया और सिविल लाइंस थाने में पूछताछ शुरू की।
सुरक्षा में चूकसुरक्षा व्यवस्था
रेखा गुप्ता को जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसमें 22-25 सुरक्षाकर्मी, निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ), एस्कॉर्ट्स, और हथियारबंद गार्ड शामिल हैं। इसके बावजूद, हमलावर का मुख्यमंत्री तक पहुंचना सुरक्षा में बड़ी चूक दर्शाता है।
जून 2025 में रेखा गुप्ता को जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ाई गई थी। फिर भी, इस घटना ने सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमजोरियों को उजागर किया।
वीरेंद्र सचदेवा ने घटना की कड़ी निंदा की
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने घटना की कड़ी निंदा की और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि थप्पड़ मारने की अटकलें गलत हैं, लेकिन धक्का-मुक्की में चोट की पुष्टि की। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसे “राजनीतिक साजिश” करार दिया।
आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि “लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है।”
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने घटना को दुखद बताया और कहा कि यह दिल्ली में महिला सुरक्षा की स्थिति को दर्शाता है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा “दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हुआ हमला बेहद निंदनीय है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में विचारों का मतभेद और विरोध स्वीकार्य है, लेकिन हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं हो सकता।”
कैसी है मुख्यमंत्री की स्थिति ?
रेखा गुप्ता को हल्की चोटें आईं, खासकर सिर में, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर है। डॉक्टरों ने उनकी जांच की और बताया कि वह सदमे में हैं, लेकिन जल्द ठीक होकर जनता के बीच लौटेंगी। गुप्ता ने शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि लोकतंत्र में हिंसा की कोई जगह नहीं है।
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू
दिल्ली पुलिस ने घटना की पुष्टि की और गृह मंत्रालय को सूचित किया। डीसीपी और स्पेशल सेल घटनास्थल पर पहुंचे, और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा शुरू की गई। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, और उसकी मंशा व पृष्ठभूमि की जांच चल रही है।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक
रेखा गुप्ता हर बुधवार को अपने आवास पर जनसुनवाई करती हैं, जहाँ लोग अपनी शिकायतें लेकर आते हैं। यह घटना ‘मुख्यमंत्री जनसेवा सदन’ कैंप ऑफिस में हुई, जो हाल ही में शुरू किया गया था।
यह हमला न केवल मुख्यमंत्री की सुरक्षा में चूक को दर्शाता है, बल्कि दिल्ली की सामान्य सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाता है। विपक्ष ने इसे महिला सुरक्षा से जोड़कर सरकार पर निशाना साधा है, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा इसे साजिश का हिस्सा बता रही है। पुलिस की जांच से हमले के पीछे की मंशा और कारणों का खुलासा होने की उम्मीद है।