
दिल्ली डेस्क
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर 20 अगस्त को सिविल लाइंस स्थित उनके कैंप ऑफिस में जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के बाद उनकी सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर कई महत्वपूर्ण अपडेट सामने आए हैं। हमले के अगले दिन, 21 अगस्त को दिल्ली के सातों लोकसभा सांसदों ने सीएम के आवास पर उनसे मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। यह उनकी पहली सार्वजनिक तस्वीर थी, जिसमें वह सांसदों के साथ नजर आईं। इस मुलाकात के बाद बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज और प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि “सीएम पूरी तरह स्वस्थ हैं और दिल्लीवासियों के लिए पहले की तरह तत्परता से काम कर रही हैं।”
सीएम रेखा गुप्ता पर हमला
20 अगस्त को सुबह करीब 8:15 बजे, जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान गुजरात के राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेशभाई खिमजीभाई साकरिया ने सीएम रेखा गुप्ता पर हमला किया। आरोपी ने शिकायतकर्ता बनकर कैंप ऑफिस में प्रवेश किया और कागजात सौंपने के बहाने सीएम के करीब पहुंचकर उनका हाथ पकड़ने और धक्का-मुक्की करने की कोशिश की। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उसने थप्पड़ मारने या पत्थर फेंकने की कोशिश की, लेकिन दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि यह केवल धक्का-मुक्की और हाथ खींचने की घटना थी। हमले में सीएम को हाथ, कंधे और सिर में मामूली चोटें आईं, और वह मानसिक रूप से आघातग्रस्त थीं।
सुरक्षाकर्मियों और बीजेपी कार्यकर्ता नेहा भारद्वाज ने तुरंत हस्तक्षेप कर आरोपी को काबू किया, जिसमें नेहा को भी हाथ में चोट लगी। आरोपी को मौके पर हिरासत में लिया गया और सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 109(1) (हत्या का प्रयास), 132 (पब्लिक सर्वेंट पर हमला), और 221 (पब्लिक सर्वेंट के काम में बाधा) के तहत मामला दर्ज किया गया।
सुरक्षा में बदलाव और Z-श्रेणी सुरक्षा
हमले के बाद केंद्र सरकार ने तुरंत सीएम रेखा गुप्ता की सुरक्षा को मजबूत करने का फैसला लिया। उन्हें पहले से ही दिल्ली पुलिस द्वारा Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी, जिसमें 40-50 सुरक्षाकर्मी और कमांडो शामिल थे। अब केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के विशेष वीआईपी सुरक्षा ग्रुप को सौंपा है, जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और गांधी परिवार की सुरक्षा भी संभालता है। इस ग्रुप में 22-25 हथियारबंद कमांडो, पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर (PSO), एस्कॉर्ट्स, और वॉचर्स शामिल होते हैं।
सीएम सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव
सीएम आवास और जनसेवा सदन में सुरक्षा प्रोटोकॉल में भी बदलाव किए गए हैं जनसुनवाई में शिकायतकर्ताओं की प्रोफाइलिंग और सत्यापन होगा। सीएम और शिकायतकर्ता के बीच निश्चित दूरी सुनिश्चित की जाएगी। सीएम आवास में बिना आधार कार्ड और रिकॉर्ड सत्यापन के किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। दर्जनों मजदूरों को भी बाहर रोका गया। जनसेवा सदन और सीएम आवास पर CRPF कमांडो तैनात किए गए हैं। सीएम के साथ अब दो महिला PSO हमेशा मौजूद रहेंगी।
दिल्ली पुलिस आयुक्त स्वयं सुरक्षा चूक की जांच की निगरानी कर रहे हैं, और सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। गृह मंत्रालय भी सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर रहा है।
आरोपी और जांच
आरोपी राजेशभाई खिमजीभाई साकरिया ऑटो रिक्शा चालक है, शादीशुदा है, और उसका एक बच्चा है। वह पहली बार दिल्ली आया था और हमले से एक दिन पहले राजकोट से ट्रेन द्वारा दिल्ली पहुंचा। उसने हमले से पहले सीएम आवास की रेकी की थी और वीडियो बनाए थे, जो पुलिस को उसके फोन से मिले। पुलिस ने उसके मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है, जिसमें गुजरात के कई नंबरों से उसकी बातचीत का पता चला है।
आरोपी के खिलाफ पहले से शराब तस्करी और मारपीट सहित पांच मामले दर्ज हैं, जिनमें से कुछ में वह बरी हो चुका है। उसने दावा किया कि वह दिल्ली सरकार के आवारा कुत्तों पर कार्रवाई से नाराज था, लेकिन पुलिस को इस दावे पर भरोसा नहीं है। दिल्ली पुलिस ने उसे पांच दिन की रिमांड पर लिया है, और यह जांच की जा रही है कि हमला सुनियोजित था या नहीं।
सीएम का बयान
हमले के बाद सीएम रेखा गुप्ता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपना पहला बयान जारी किया “आज सुबह जनसुनवाई के दौरान मेरे ऊपर हुआ हमला केवल मेरे ऊपर नहीं, बल्कि दिल्ली की सेवा और जनता की भलाई के हमारे संकल्प पर किया गया एक कायराना प्रयास है। स्वाभाविक है कि इस हमले के बाद मैं सदमे में थी, परन्तु अब बेहतर महसूस कर रही हूं। मैं अपने सभी शुभचिंतकों से निवेदन करती हूं कि कृपया मुझसे मिलने के लिए परेशान न हों। बहुत जल्द मैं फिर से आपके बीच काम करती नजर आऊंगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि “ऐसे हमले उनके हौसले को नहीं तोड़ सकते और वह पहले से अधिक ऊर्जा के साथ जनता की सेवा करेंगी।”
साजिश का खुलासा होने की उम्मीद
सीएम रेखा गुप्ता पर हुआ हमला दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाता है, खासकर तब जब उन्हें पहले से Z+ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त थी। केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उनकी सुरक्षा को और मजबूत किया है। सीएम ने अपने हौसले को अटल रखते हुए जनसुनवाई और जनता की सेवा को जारी रखने का संकल्प जताया है। पुलिस की जांच से हमले के पीछे की मंशा और संभावित साजिश का खुलासा होने की उम्मीद है।