
विशेष डेस्क
दिल्लीवालों के लिए यह वाकई एक बड़ी खुशखबरी है! 31 जुलाई को दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अगुवाई वाली सरकार के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इसके तहत दिल्ली में सभी दुकानें, बाजार, रेस्तरां, होटल और व्यावसायिक प्रतिष्ठान अब 24 घंटे (24×7) खुले रह सकेंगे। यह फैसला दिल्ली शॉप्स एंड एस्टेब्लिशमेंट एक्ट, 1954 की धारा 14, 15 और 16 में संशोधन के जरिए लिया गया है। इसका उद्देश्य राजधानी की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना, रोजगार के नए अवसर पैदा करना और ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को बढ़ावा देना है। इससे दिल्ली को एक वैश्विक शहर के रूप में मजबूत बनाने में मदद मिलेगी, जहां रात के समय भी कारोबार चलेगा।
क्या बदलेगा? मुख्य प्रावधान
24 घंटे संचालन की छूट सभी प्रकार के व्यावसायिक प्रतिष्ठान (रिटेल, कमर्शियल, रेस्तरां, खान-पान सेवाएं आदि) अब दिन-रात खुले रह सकेंगे। इससे पहले, केवल चुनिंदा प्रतिष्ठानों को ही यह अनुमति मिली हुई थी। महिलाओं को रात की शिफ्ट में काम करने की अनुमति मिलेगी, लेकिन उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई है। इसके लिए:रात के समय काम करने से पहले महिलाओं की लिखित सहमति अनिवार्य होगी।
कार्यस्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाना जरूरी। आंतरिक शिकायत समिति का गठन और यौन उत्पीड़न रोकथाम अधिनियम, 2013 का सख्त पालन। गर्मियों में रात 9 बजे से सुबह 7 बजे तक और सर्दियों में रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक महिलाओं को काम पर न रखा जा सकेगा।
दुकानें निर्धारित समय पर खुलेंगी और बंद होंगी। अगर ग्राहक इंतजार कर रहे हैं, तो 15 मिनट का अतिरिक्त समय मिलेगा। विभिन्न इलाकों में अलग-अलग समय निर्धारित हो सकते हैं। एक्ट के नियमों का पालन न करने पर प्रतिष्ठान बंद कराए जा सकते हैं। श्रम विभाग सख्त निगरानी रखेगा।
ग्रीन सिग्नल कैसे मिला ?
दिल्ली सरकार के श्रम विभाग ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के माध्यम से यह प्रस्ताव एलजी को भेजा था। एलजी ने इसे मंजूरी देते हुए सराहना की और सुझाव दिए कि इसका व्यापक प्रचार-प्रसार हो, ताकि दुकानदार और जनता जागरूक हों।
एलजी ने रात के समय सार्वजनिक परिवहन (मेट्रो, बसें) को मजबूत करने और व्यापारियों के साथ संवाद की सलाह दी। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया, क्योंकि यह फैसला महिला वर्कफोर्स को बढ़ावा देगा। इससे पहले, दिल्ली में केवल 700 से ज्यादा चुनिंदा प्रतिष्ठानों को 24 घंटे संचालन की अनुमति थी (जैसे अक्टूबर 2024 में सीएम अतीशी ने 111 और प्रतिष्ठानों को मंजूरी दी)। लेकिन अब यह छूट सभी के लिए खुली है, जो एक बड़ा बदलाव है।
फायदे और आर्थिक बढ़ावा
दिल्ली को 24×7 शहर बनाने से नाइट इकोनॉमी मजबूत होगी। रेस्तरां, शॉपिंग मॉल और बाजार रात में भी गुलजार रहेंगे, जिससे राजस्व बढ़ेगा। व्यापारी वर्ग लंबे समय से इसकी मांग कर रहा था, क्योंकि अन्य राज्यों (जैसे महाराष्ट्र, कर्नाटक, हरियाणा) में यह सुविधा पहले से है।
नाइट शिफ्ट से युवाओं और महिलाओं के लिए नई नौकरियां पैदा होंगी। इससे बेरोजगारी कम होगी और लोकल इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा। लोग रात में भी शॉपिंग, खाना या सेवाएं ले सकेंगे। इससे दिल्ली की सांस्कृतिक और सामाजिक जिंदगी जीवंत हो जाएगी। कुछ व्यापारियों ने चिंता जताई है कि रात में बिजली, स्टाफ और सुरक्षा पर खर्च बढ़ेगा। पुलिस को भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त तैयारी करनी होगी। हालांकि, सरकार इन मुद्दों पर काम कर रही है।
यह फैसला दिल्ली को एक आधुनिक, जीवंत राजधानी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है। हालांकि, इसका सफल क्रियान्वयन सुरक्षा और बुनियादी ढांचे पर निर्भर करेगा। अगर आप किसी बाजार या दुकान के मालिक हैं, तो श्रम विभाग से संपर्क कर नियमों की पूरी जानकारी लें।