
विशेष डेस्क
कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 18 सितंबर को दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग (ECI) और भाजपा पर ‘वोट चोरी’ के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने इसे “हाइड्रोजन बम” करार दिया, जो पहले अगस्त 2025 में लगाए गए “एटम बम” जैसे दावों का विस्तार है। राहुल ने दावा किया कि कर्नाटक और महाराष्ट्र के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर वोट डिलीट किए गए हैं, और यह सॉफ्टवेयर-संचालित सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के जरिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के अंदर से उन्हें मदद मिलनी शुरू हो गई है, और सबूतों के आधार पर कर्नाटक CID को सबूत सौंपने की मांग की। यह दावे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की पृष्ठभूमि में आ रहे हैं, जहां वोटर लिस्ट रिवीजन (SIR) को लेकर विवाद चल रहा है। आइये पूरे मामले को एग्जीक्यूटिव एडिटर प्रकाश मेहरा से समझते हैं।
वोट चोरी अभियान की शुरुआत
राहुल गांधी ने वोट चोरी के मुद्दे को अगस्त 2025 में तेजी से उठाया। 7 अगस्त को उन्होंने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख से अधिक फर्जी वोट जोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने 22 पेज का प्रेजेंटेशन दिखाया, जिसमें वोटर लिस्ट में डुप्लीकेट वोटर, फर्जी पते, फॉर्म 6 में गड़बड़ी, गलत फोटो और एक ही पते पर सैकड़ों वोटर जैसे 5 तरीकों का जिक्र किया। उदाहरण के तौर पर, ‘आदित्य श्रीवास्तव’ नाम के व्यक्ति की एंट्री तीन राज्यों (उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र) में पाई गई, और ‘शकुन रानी’ नाम की महिला का नाम दो बार लिस्ट में था।
इसके बाद, राहुल ने #VoteChori अभियान शुरू किया, जिसमें एक वेबसाइट (votechori.com) और मिस्ड कॉल नंबर (9650003420) लॉन्च किया गया। 11 अगस्त तक 15 लाख से अधिक समर्थन सर्टिफिकेट डाउनलोड हुए और 10 लाख मिस्ड कॉल मिले। उन्होंने 14 अगस्त को देशव्यापी मशाल मार्च का ऐलान किया। बिहार में #VoterAdhikarYatra शुरू की, जहां उन्होंने दावा किया कि SIR के नाम पर गरीबों, OBC, दलित और अल्पसंख्यकों के वोट डिलीट हो रहे हैं। 17 अगस्त को उन्होंने वीडियो शेयर कर कहा कि “ECI ने जिंदा लोगों को मरा घोषित कर दिया और CCTV फुटेज देने से इनकार कर दिया।
राहुल ने X (पूर्व ट्विटर) पर कई पोस्ट किए, जैसे 1 सितंबर को बिहार यात्रा का ऐलान करते हुए कहा, “बिहार में एक भी वोट चोरी नहीं होगा।” 26 अगस्त को गुजरात मॉडल को “वोट चोरी का मॉडल” बताया, जहां अनाम पार्टियों को 4300 करोड़ चंदा मिला। 18 अगस्त को कहा, “वोट चोरी भारत माता पर आक्रमण है।”नए दावे: 18 सितंबर की प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातेंराहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनके पास “पुख्ता सबूत” हैं, और यह चोरी सॉफ्टवेयर से हो रही है। मुख्य आरोप:कर्नाटक के आलंद क्षेत्र (2023 विधानसभा चुनाव): एक बूथ पर 6018 वोट डिलीट हो गए। राहुल ने मंच पर एक व्यक्ति को खड़ा कर दिखाया, जिसके नाम पर उसके 6-6 हजार पड़ोसियों के वोट डिलीट कर दिए गए। व्यक्ति को पता नहीं कि किसने आवेदन दिया। उन्होंने कहा, “ये कांग्रेस के मजबूत इलाकों में हो रहा है।” 12 वीडियो गायब होने का भी जिक्र किया।
महाराष्ट्र के राजुरा क्षेत्र
फर्जी वोट ऐड किए गए। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच 5 महीने में लाखों वोटर बढ़े। ECI ने 18 चिट्ठियां मिलने के बाद भी कर्नाटक CID को जानकारी नहीं दी। राहुल ने दावा किया, “चुनाव आयोग के अंदर से हमें मदद मिलनी शुरू हो गई है।” उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को “वोट चोरों की ढाल” बताया। ECI को 1 हफ्ते में सबूत CID को सौंपने का अल्टीमेटम दिया।
बिहार SIR का कनेक्शन
बिहार में 65 लाख वोटर हटाए गए, जिनमें ज्यादातर गरीब और पिछड़े वर्ग के। राहुल ने कहा, “EC ने डिजिटल वोटर रोल देने से इनकार किया, जो चोरी छिपाने का बहाना है।” वोट चोरी से बनी सरकार जनसेवा नहीं कर सकती। उदाहरण: बेरोजगारी, NEET पेपर लीक, महंगाई, रेल हादसे, नोटबंदी में मौतें।
राहुल ने कहा, “ये लोकतंत्र पर आक्रमण है। OBC, दलित, अल्पसंख्यकों के वोट निशाने पर हैं।” उन्होंने INDIA गठबंधन के सांसदों का धन्यवाद किया, जो इस लड़ाई में एकजुट हैं।चुनाव आयोग और भाजपा की प्रतिक्रियाचुनाव आयोग: 17 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ECI ने राहुल का नाम लिए बिना कहा, “डेटा हमारा नहीं है। आरोपों पर हलफनामा दें या माफी मांगें।” कर्नाटक CEO ने सबूत मांगे। ECI ने कहा, वोटर लिस्ट रिवीजन पारदर्शी है, और राजनीतिक दल पहले गलतियां बताएं। बिहार SIR पर 65 लाख नाम हटाने को सार्वजनिक किया, लेकिन राहुल के दावों को “चुनाव कर्मचारियों पर हमला” बताया। ECI ने कहा, यदि सबूत हैं तो हलफनामा दें।
बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने पलटवार किया, “राहुल चयनात्मक नाराजगी दिखा रहे हैं।” बीजेपी ने कहा, राहुल के PDF डॉक्यूमेंट म्यांमार में बने (मेटाडेटा से), जो विदेशी साजिश का संकेत। 10 सितंबर को बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने X पर थ्रेड शेयर किया, लेकिन Alt News ने फैक्ट-चेक कर इसे गलत बताया। हरियाणा BJP नेता अनिल विज ने कहा, “राहुल अपने देश पर बम गिरा रहे हैं।”
वोट चोरी पर विपक्ष का समर्थन
अखिलेश यादव ने कहा, ECI को शपथ-पत्र की पावती दें। AAP के अरविंद केजरीवाल ने 2024 में ही वोट चोरी का मुद्दा उठाया था। NSUI ने DU चुनावों में ABVP पर वोट चोरी का आरोप लगाया। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि “आलंद में 2023 चुनाव कांग्रेस ने जीता था, तो वोट डिलीट कैसे BJP को फायदा ? राहुल के दावों पर ECI ने कहा, पहले सबूत दें। कर्नाटक CEO ने उत्तर प्रदेश के नामों को राज्य से बाहर बताया। बिहार में VoterAdhikarYatra ऐतिहासिक बनी, लालू-तेजस्वी समर्थन। X पर #VoteChori ट्रेंडिंग, लेकिन BJP समर्थक इसे “हार की बौखलाहट” बता रहे।
क्या होगा आगे ?
राहुल के नए दावे वोट चोरी अभियान को और तेज करेंगे, खासकर बिहार चुनाव से पहले। कांग्रेस कानूनी और जन-आंदोलन से लड़ने का ऐलान कर चुकी है। ECI अगर सबूत न दे तो विवाद बढ़ेगा। यह मुद्दा लोकतंत्र की पारदर्शिता पर सवाल उठा रहा है, लेकिन दोनों पक्षों के दावों की स्वतंत्र जांच जरूरी है। राहुल ने कहा, “जनता जाग गई है, अब वोट चोरों की हार होगी।”
देखिये राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस