
सरल डेस्क
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) चुनाव 2025 के बीच छात्र संगठनों, खासकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के सदस्यों के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली हैं। यह घटनाएं चुनाव प्रचार के अंतिम चरण और मतदान के दिन (18 सितंबर) पर हुईं, जो कैंपस की राजनीति में तनाव को दर्शाती हैं।
DUSU चुनाव 2025 का संक्षिप्त अवलोकन
नामांकन 11 सितंबर को हुए, प्रचार 12 से 16 सितंबर तक चला। मतदान 18 सितंबर को दो पालियों में (सुबह 8:30 से दोपहर 1 बजे और दोपहर 3 से शाम 7:30 बजे तक) 52 कॉलेजों में हो रहा है। मतगणना 19 सितंबर को होगी।
ABVP (आरएसएस से जुड़ा) और NSUI (कांग्रेस से जुड़ा) के बीच कांटे की टक्कर। अन्य संगठन जैसे SFI-AISA गठबंधन और AAP से जुड़े भी मैदान में हैं। उम्मीदवार ABVP पैनल अध्यक्ष – आर्यन मान, उपाध्यक्ष – गोविंद तंवर, सचिव – कुणाल चौधरी, संयुक्त सचिव – दीपिका झा। NSUI पैनल अध्यक्ष – जोसलीन चौधरी, उपाध्यक्ष – नंदिता चौधरी, सचिव – नम्रता, संयुक्त सचिव – लोकेश चौधरी।
लगभग 2.70 लाख रजिस्टर्ड वोटर। इस बार अध्यक्ष पद पर दो महिला उम्मीदवार होने से 17 साल बाद महिला अध्यक्ष की संभावना है। DUSU चुनाव छात्र राजनीति का बड़ा केंद्र हैं। पिछले 11 वर्षों में ABVP ने 8 बार अध्यक्ष पद जीता, जबकि NSUI ने 3 बार (आखिरी 2017 में)। 2023 में ABVP ने तीन पद जीते थे। इस बार NSUI मुद्दों जैसे फीस वृद्धि, हॉस्टल उपलब्धता और महिला सुरक्षा पर जोर दे रही है, जबकि ABVP पर प्रशासनिक पक्षपात के आरोप लगे हैं।
कहां-कहां हुई झड़प ?
झड़पें मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचली छात्रों के समर्थन और प्रचार कार्यक्रमों को लेकर हुईं। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। 16 सितंबर (प्रचार का आखिरी दिन – किरोड़ीमल कॉलेज, नॉर्थ कैंपस) किरोड़ीमल कॉलेज (KMC) के बाहर। NSUI के समर्थक पूर्वांचली छात्रों के साथ प्रचार कर रहे थे, जब ABVP सदस्यों ने कथित तौर पर उन पर हमला किया। झड़प में लाठी-डंडे और मुक्केबाजी हुई। NSUI का दावा है कि ABVP ने कांग्रेस नेता अजय राय (उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) के कार्यक्रम को रोकने की कोशिश की, जो NSUI उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने आ रहे थे। कई छात्र घायल हुए, जिन्हें राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में भर्ती कराया गया। दिल्ली पुलिस ने हस्तक्षेप कर स्थिति नियंत्रित की। छात्रों ने पुलिस के खिलाफ नारे लगाए।
18 सितंबर (मतदान का दिन – रामजस कॉलेज) रामजस कॉलेज के प्रवेश द्वार के बाहर, नॉर्थ कैंपस। मतदान के दौरान ABVP और NSUI समर्थकों के बीच फिर झड़प हुई। NSUI ने ABVP पर वोट चोरी और प्रशासन के साथ मिलकर हस्तक्षेप का आरोप लगाया। एक स्वतंत्र उम्मीदवार उमांशी लांबा ने भी ABVP पर हमला करने का दावा किया, जिसमें एक महिला घायल हुई। दिल्ली पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और क्षेत्र को साफ किया। मतदान सुचारू रूप से जारी रहा, लेकिन तनाव बरकरार रहा। पहली पाली (1 बजे तक) के बाद स्थिति सामान्य बताई गई।
कारण और आरोप-प्रत्यारोप NSUI का पक्ष
ABVP पूर्वांचली छात्रों (खासकर उत्तर प्रदेश से) के प्रति नफरत रखती है और NSUI को मिल रहे समर्थन से हताश है। उन्होंने ABVP पर “गुंडागर्दी” और प्रशासनिक दबाव का आरोप लगाया। NSUI अध्यक्ष उम्मीदवार जोसलीन चौधरी ने X पर वोट चोरी का दावा किया। कांग्रेस नेता अजय राय ने वीडियो संदेश में कहा, “ABVP डर गई है, हम छात्रों के साथ खड़े हैं।”
ABVP का पक्ष है कि “NSUI और कांग्रेस बाहरी लोगों को कैंपस में लाकर हिंसा फैला रही है।” ABVP दिल्ली राज्य सचिव सरथक शर्मा ने कहा, “कांग्रेस का हस्तक्षेप कैंपस को असुरक्षित बना रहा है।” उन्होंने NSUI पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया।
प्रचार के दौरान तनाव, उम्मीदवारों के बीच जाट vs जाट (दोनों पैनलों के अध्यक्ष उम्मीदवार जाट समुदाय से) की लड़ाई, और मुद्दों पर असहमति। कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी NSUI के लिए प्रचार किया, जिससे ABVP में हलचल बढ़ी। दिल्ली पुलिस ने उच्च सुरक्षा व्यवस्था की। DU प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान के निर्देश दिए, लेकिन NSUI ने पक्षपात का आरोप लगाया।
प्रतिक्रियाएं और प्रभाव राजनीतिक
कांग्रेस ने ABVP को “हिंसक” बताया, जबकि BJP ने NSUI को “बाहरी हस्तक्षेप” का दोषी ठहराया। X पर #DUSUElections2025 ट्रेंड कर रहा है, जहां छात्र वोट चोरी और हिंसा के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। घायल छात्रों की संख्या 5-10 बताई जा रही है। मतदान पर असर न्यूनतम रहा, लेकिन कैंपस माहौल अशांत है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी शिकायत की। नतीजों के बाद जश्न पर रोक (कोई ढोल, पटाखे या लाउडस्पीकर नहीं)। यदि हिंसा बढ़ी तो चुनाव रद्द होने की आशंका।
ABVP vs NSUI की स्थिति
