
सरल डेस्क
पश्चिम बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर भारी राजनीतिक हंगामा मचा हुआ है। आज (4 नवंबर) कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपने भतीजे और TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी के साथ मिलकर 3.8 किलोमीटर लंबा विरोध मार्च निकाला। मार्च रेड रोड पर डॉ. बीआर अंबेडकर की प्रतिमा से शुरू होकर जोरासांको ठाकुरबाड़ी (रविंद्रनाथ टैगोर का पैतृक घर) पर खत्म हुआ। ममता हाथ में संविधान की प्रति लेकर चलीं, जबकि हजारों TMC कार्यकर्ता झंडे-पोस्टर लेकर नारे लगा रहे थे।
SIR क्या है ?
SIR यानी Special Intensive Revision – चुनाव आयोग (ECI) का एक विशेष अभियान जो मतदाता सूची को साफ-सुथरा करने के लिए चलाया जा रहा है। आज से 12 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों (बंगाल, UP, तमिलनाडु आदि) में शुरू। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) घर-घर जाकर फॉर्म भरवाएंगे। पुरानी 2002-03 की वोटर लिस्ट से तुलना कर डुप्लिकेट, फर्जी या मृत व्यक्तियों के नाम हटाए जाएंगे। नई उम्र के वोटर या माइग्रेंट Form-6 भरकर जुड़ सकते हैं। आधार सिर्फ पहचान के लिए, नागरिकता के लिए नहीं।
TMC क्यों विरोध कर रही ?
इसे “Silent Invisible Rigging” (खामोश अदृश्य धांधली) बता रही है। आरोप है कि “BJP-ECI की साजिश से अल्पसंख्यक, गरीब, मातुआ, बंगाली भाषी वोटरों के नाम काटे जाएंगे। SIR से डरकर 6-7 आत्महत्याएं हो चुकी हैं (पानीहाटी, इलामबाजार, बारासात आदि)। ममता बोलीं “लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश।” अभिषेक बनर्जी बोले “अगर एक भी वैध नाम कटा तो दिल्ली में 1 लाख लोग EC दफ्तर घेरेंगे।” TMC ने 6200 हेल्पडेस्क खोले, BLO पर “शैडो एजेंट” तैनात किए।
BJP का जवाब
इसे वोटर लिस्ट की सफाई बता रही है। आरोप है कि “TMC ने सालों से 40 लाख फर्जी/डुप्लिकेट नाम डाले, घुसपैठिए घुसे। सुवेंदु अधिकारी बोले “TMC गुंडागर्दी कर रही, असली मुद्दों (भ्रष्टाचार, रेप, बेरोजगारी) से ध्यान भटकाना चाहती है।” दिलीप घोष ने कहा “TMC को डर है क्योंकि फर्जी वोटर खत्म होंगे।”
आगे क्या होगा ?
ड्राफ्ट लिस्ट 9 दिसंबर को प्रकाशित। आपत्तियां 8 जनवरी तक। फाइनल लिस्ट 7 फरवरी 2026 को। 2026 विधानसभा चुनाव से पहले यह बूथ-स्तर की जंग बन गई है। TMC दिल्ली प्रदर्शन की धमकी दे रही BJP ECI से शिकायत कर रही।
SIR एक रूटीन सफाई है, लेकिन बंगाल में यह TMC vs BJP की 2026 की पहली लड़ाई बन गई। TMC इसे “NRC-2” बता वोटरों में डर फैला रही है, जबकि BJP इसे “फर्जी वोटर हटाओ” अभियान। आज का मार्च TMC का शक्ति-प्रदर्शन था – लाखों लोग सड़क पर उतरे।