
पटना:- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद नई सरकार गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है। बुधवार को विधानसभा के सेंट्रल हॉल में आयोजित NDA विधायक दल की बैठक में जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। यह फैसला भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी के प्रस्ताव पर लिया गया।
अब नीतीश कुमार बिहार के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में 10वीं बार शपथ लेंगे, जो भारतीय राजनीति में एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड होगा। शपथ ग्रहण समारोह गुरुवार (20 नवंबर) को सुबह 11:30 बजे पटना के गांधी मैदान में होगा।
कैसे तय हुई नीतीश कुमार की वापसी ?
15 नवंबर को घोषित बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों में NDA ने 243 सीटों वाली विधानसभा में करीब 170 सीटें हासिल कीं। जेडीयू को 75, भाजपा को 80, लोजपा (रा) को 10, हम-एस को 3 और विकासशील इंसान पार्टी को 2 सीटें मिलीं। महागठबंधन (आरजेडी-कांग्रेस) को मात्र 65 सीटें ही नसीब हुईं।
विधायक दल की बैठकें
सुबह 11 बजे सीएम आवास (1 अणे मार्ग) पर जेडीयू विधायक दल की बैठक हुई, जहां नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। दोपहर में भाजपा विधायक दल की बैठक में सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना गया। दोनों ही वर्तमान डिप्टी सीएम बने रहेंगे। शाम 3:30 बजे सेंट्रल हॉल में NDA की संयुक्त बैठक हुई। यहां सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सभी सहयोगी दलों (भाजपा, जेडीयू, लोजपा, हम, वियपे) ने समर्थन दिया।
नीतीश कुमार थोड़ी देर बाद राज्यपाल आरािफ मोहम्मद खान को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और सभी सहयोगी दलों के समर्थन पत्रों के साथ नई सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। मौजूदा विधानसभा आज ही भंग कर दी जाएगी।
मंत्रिमंडल विस्तार..विभागों का बंटवारा तय
विभागों का बंटवारा तय नई सरकार में कुल 30 मंत्री (नीतीश सहित) होंगे। सहमति के मुताबिक:भाजपा: 16 मंत्री (सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा डिप्टी सीएम सहित)। जेडीयू: 14 मंत्री। अन्य सहयोगी लोजपा (रा) को 3, हम-एस को 1 और वियपे को 1 मंत्री पद।
विभागों का बंटवारा अंतिम रूप से शपथ के बाद होगा, लेकिन गृह, वित्त और स्वास्थ्य जैसे प्रमुख विभाग जेडीयू के पास रहने की संभावना है। विधानसभा अध्यक्ष का पद भी भाजपा के पास ही रहेगा (संभावित नाम: प्रेम कुमार)।
शपथ ग्रहण समारोह..ऐतिहासिक आयोजन
पटना के गांधी मैदान में 20 नवंबर सुबह 11:30 बजे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ, दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता, उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, गिरिराज सिंह और चिराग पासवान समेत NDA के शीर्ष नेता शामिल होंगे। एक लाख से अधिक लोगों के लिए विशेष इंतजाम। सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त, लाइव प्रसारण और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे।
सीएम पद को लेकर संशय !
चुनाव जीतने के बावजूद कुछ समय तक सीएम पद को लेकर संशय बना रहा था, मुख्य रूप से मंत्रिमंडल विस्तार और विभाग बंटवारे पर। लेकिन NDA के केंद्रीय पर्यवेक्षक (केशव प्रसाद मौर्य, अर्जुन राम मेघवाल, साध्वी निरंजन ज्योति) की मौजूदगी में सब मुद्दे सुलझ गए। जेडीयू नेता श्रवण कुमार ने कहा, “नीतीश जी के नेतृत्व में ही गठबंधन सरकार बनेगी।” विपक्षी आरजेडी ने NDA पर ‘गठबंधन तोड़ने’ का आरोप लगाया, लेकिन बहुमत के आगे कोई असर नहीं पड़ा।”
यह नई सरकार बिहार में विकास, रोजगार और कानून-व्यवस्था पर फोकस करेगी। शपथ ग्रहण के बाद नीतीश कुमार का पहला फैसला युवाओं के लिए नौकरियां बढ़ाने पर हो सकता है।