
दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार के लिए 30 नवंबर को होने वाले MCD (म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ऑफ दिल्ली) के 12 वार्डों में उपचुनाव पहली बड़ी परीक्षा हैं। फरवरी 2025 के विधानसभा चुनावों में BJP ने AAP को हराकर सत्ता हासिल की, और रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री बनीं। अब MCD उपचुनाव को BJP की मजबूती और सरकार की लोकप्रियता का आईना माना जा रहा है। क्या BJP सभी 12 सीटों पर क्लीन स्वीप कर पाएगी?जिसमें कैंपेन की हलचल, उम्मीदवार, भविष्यवाणियां और चुनौतियां शामिल हैं।
क्यों महत्वपूर्ण हैं ये उपचुनाव ?
12 खाली वार्ड ये सीटें लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव 2025 के बाद खाली हुईं। इनमें शालीमार बाग-बी, अशोक विहार, ग्रेटर कैलाश, विनोद नगर, संगम विहार-ए, नरैना आदि शामिल हैं।
रेखा सरकार की सफलता का टेस्ट
BJP के पास MCD में पहले से बहुमत है, लेकिन ये उपचुनाव रेखा सरकार की ‘ट्रिपल इंजन’ (केंद्र-राज्य-MCD) की सफलता का टेस्ट हैं। CM रेखा गुप्ता ने खुद कहा है कि “इन 12 सीटों पर जीतना BJP के लिए जरूरी है, ताकि दिल्ली का विकास तेज हो।” AAP इसे उलटफेर का मौका मान रही है, जबकि कांग्रेस वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप लगा रही है। वोटिंग 30 नवंबर को, रिजल्ट 2 दिसंबर को। कुल 133 नामांकन हुए, जिसमें BJP, AAP और कांग्रेस के उम्मीदवार प्रमुख हैं।
कैंपेन की हलचल BJP vs AAP
दोनों पार्टियां जोर-शोर से प्रचार कर रही हैं। आज (25 नवंबर) अंतिम चरण है, जहां BJP ने नुक्कड़ सभाओं का आयोजन किया है। BJP का दांव CM रेखा गुप्ता ने अशोक विहार, द्वारका-बी, ग्रेटर कैलाश, विनोद नगर, संगम विहार-ए और नरैना में रोड शो, RWA मीटिंग्स और घर-घर कैंपेन किया। उन्होंने वोटरों से अपील की कि “ट्रिपल इंजन सरकार पानी, सफाई और विकास सुनिश्चित करेगी।” अन्य नेता MP मनोज तिवारी (पूर्वांचल वोटरों पर फोकस), बांसुरी स्वराज (ग्रेटर कैलाश में), और प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सच्चदेवा।
50 से ज्यादा पब्लिक मीटिंग्स, बाइक रैलियां, डोर-टू-डोर कैंपेन। BJP ने ग्रामीण इलाकों में विकास पर जोर दिया, जैसे वार्ड 128 में। BJP नेता 11 सीटों पर जीत का दावा कर रहे हैं, संगठनात्मक ताकत का हवाला देकर।
AAP का जवाब और फोकस
नागरिक शिकायतों पर, जैसे BJP-MCD की ‘अनदेखी’। सौरभ भारद्वाज ने ग्रेटर कैलाश-1 में 400-बेड हॉस्पिटल प्लान की आलोचना की और कहा, “स्लोगन नहीं, काम करने वाले काउंसलर चुनें।” MCD इंचार्ज दुर्गेश पाठक ने वार्ड 139 में बाइक रैली निकाली। AAP ने डेमोलिशन और इंफ्रास्ट्रक्चर मुद्दों पर BJP को घेरा। लोकल इश्यूज पर घर-घर पहुंच, वोटरों को ‘आवाज दबाने’ का आरोप लगाकर।
दिल्ली कांग्रेस चीफ देवेंद्र यादव ने अशोक विहार वार्ड में वोटर लिस्ट में अनियमितताओं का आरोप लगाया और CEC को पत्र लिखा। उनका दावा है कि BJP वोट चोरी की कोशिश कर रही है।
क्लीन स्वीप संभव ? BJP का दावा
लगभग क्लीन स्वीप (11/12 सीटें)। रेखा सरकार के 9 महीनों में विकास कार्यों (सफाई, पानी) का फायदा मिलेगा। कोई स्वतंत्र ओपिनियन पोल नहीं, लेकिन BJP का आंतरिक सर्वे सकारात्मक। AAP की उम्मीद कुछ सीटें छीनकर BJP को चुनौती। लोकल इश्यूज पर फोकस से उलटफेर। ये उपचुनाव BJP के लिए आसान लग रहे, क्योंकि MCD पहले से उनके कंट्रोल में है। लेकिन AAP की साख दांव पर है। स्वतंत्र पोल्स की कमी से अनिश्चितता बनी हुई।
चुनौतियां और विवाद वोटर लिस्ट गड़बड़ी
कांग्रेस का आरोप, जो चुनाव आयोग जांच सकता है। डेमोलिशन, सफाई, हॉस्पिटल जैसी समस्याएं AAP को फायदा दे सकती हैं। कम वोटिंग से BJP को फायदा, क्योंकि उनका बूथ-लेवल संगठन मजबूत। कुल मिलाकर, रेखा सरकार की ‘अग्निपरीक्षा’ में BJP मजबूत दिख रही, लेकिन 30 नवंबर का रिजल्ट तय करेगा।